हरियाणा (चंडीगढ़)
हरियाणा के सभी मेडिकल कॉलेज, नर्सिग और एमपीएचडब्ल्यूएस स्कूलों में अब तक हुई तमाम धांधलियों की उच्च स्तरीय जांच होगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विधानसभा में एक के बाद एक धांधलियों के मामले सामने आने पर इस जांच का एलान किया है। मंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार 15 एमपीएचडब्ल्यू स्कूलों की विजिलेंस जांच के आदेश पहले ही दे चुकी है। जींद के इनेलो विधायक डॉ. हरीचंद मिड्ढा ने सरकार से पूछा था कि क्या कोई नई चिकित्सा नीति बनाई गई है और उसमें जींद में एम्स खोलने का कोई प्रस्ताव है या नहीं ? मिड्ढा ने अपने जिले के अस्पताल के अपग्रेडेशन की भी मांग की। मेवात के नूंह से विधायक जाकिर हुसैन ने मेवात के शहीद हसन खां मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज में धांधलियों तथा अव्यवस्थाओं का मुद्दा उठाते हुए स्वास्थ्य मंत्री से हस्तक्षेप करने तथा निदेशक संसार सिंह को हटाने की मांग विधानसभा में की। कलायत के आजाद विधायक जयप्रकाश जेपी ने पूछा कि क्या कैथल में कभी मिनि पीजीआई बनाने का कोई प्रस्ताव था। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर जिले में चार अस्पताल एनएपीएच से मान्यता प्राप्त होंगे। हर जिले में एक मेडिकल कालेज बनवाने की योजना है। इस पर स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि उनके जिले का भी ध्यान रखा जाए। विज ने बताया कि सरकारी अस्पतालों की तरफ मरीजों का रुख बढ़ रहा है और 15 प्रतिशत तक ओपीडी में बढ़ोतरी हो गई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा की अलग नर्सिंग काउंसिल बनाई जा रही है। अभी तक इस काउंसिल में सभी सदस्य पंजाब के थे। मंत्री ने इस बात से इनकार किया कि कैथल में मिनी पीजीआई बनाने का कोई प्रस्ताव कागजों में है।