रायगढ़ (छत्तीसगढ़)। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने लैलूंगा के जय मेडिकल स्टोर पर रेड कर नशीली दवाइयां जब्त कीं। मौके पर मौजूद दवा दुकानदार की पत्नी ने छापामार कार्रवाई का विरोध किया। महिला पुलिसकर्मी साथ नहीं होने से छापामार टीम स्टोर के अंदर जाकर जांच पूरी नहीं कर पाई।
जानकारी के अनुसार टीम को लैलूंगा स्थित जय मेडिकल स्टोर के मालिक सत्य प्रकाश अवस्थी द्वारा नशीली दवा बेचे जाने की लगातार सूचना मिल रही थी। ड्रग इंस्पेक्टर अमित राठौर ने योजना के तहत एक फर्जी ग्राहक को सीरप लेने के लिए भेजा। दुकानदार ने उसे 60 रुपए की बोतल 200 रुपए में दी। तभी टीम ने काउंटर पर दबिश दी और दवा का बिल मांगा। टीम को दुकान में सर्च करने पर 8 बॉटल कोडीन फॉस्फेट कफ सीरप, 40 टैबलेट क्लोनाजेपाम और 1 गर्भपात करने की किट मिली। मेडिकल स्टोर संचालक घर के अंदर से सामान लाकर दुकान पर बेच रहा था।
कार्रवाई होते देख मेडिकल संचालक की पत्नी आई और उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया। लेडी कांस्टेबल नहीं होने के कारण अफसर अंदर जा नहीं सकते थे। बिल नहीं देने पर टीम ने ें 8 बॉटल दवा ही जब्त कर ड्रग एक्ट के तहत कार्रवाई की। टीम ने असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर को मेडिकल का लाइसेंस निरस्त करने का प्रपोजल भेज दिया है। ड्रग इंस्पेक्टर अमित राठौर के अनुसार इस मेडिकल संचालक पर पहले भी तीन बार कार्रवाई हो चुकी है।