हिसार। वकीलान बाजार स्थित एक मेडिकल स्टोर का काफी दिनों पहले लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया था। कुछ दिन तक वह दुकान बंद भी रही लेकिन उससे सटा मेडिकल स्टोर बंद नहीं हुआ। लाइसेंस सस्पेंड के बावजूद दवा की खरीद-फरोख्त जारी रखी। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। गौरतलब है कि ड्रग विभाग की टीम ने नशीली दवाइयों की बिना रिकॉर्ड के खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के लिए मेडिकल स्टोर्स पर छापा मारा था। जांच में अनियमितताएं मिलने पर लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद भी केमिस्ट अपनी दुकान खोल सकता है, मगर दवा खरीदने व बेचने का काम नहीं कर सकता है। ड्रग विभाग के अधिकारियों तक मामला पहुंचा तो खुलासा हुआ कि केमिस्ट द्वारा नियमों को ठेंगा दिखाने का उन्हें पहले से पता था लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जब मीडिया कर्मियों ने कॉल करके अधिकारियों से सवाल-जवाब किया तो उसके अगले दिन ही केमिस्ट ने शटर डाउन कर दिया। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर्स हरकत में आए लेकिन तब काफी देर हो चुकी थी। ऐसे में अंदेशा है कि लाइसेंस सस्पेंशन सीमा में दवा की सेल-परचेज का रिकॉर्ड भी गोलमाल हो सकता है। सीनियर ड्रग कंट्रोलर डॉॅ. रमन श्योराण ने बताया कि लाइसेंस सस्पेंड होने के बावजूद कोई केमिस्ट दुकान खोलकर दवा की सेल-परचेज करता है तो वह गलत है।