जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाही को अंजाम दिया है। नशीले इंजेक्शन का कारोबार करने वाले मेडिकल संचालक के खिलाफ और सहयोगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाही करते हुए 62 हजार नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं। इन इंजेक्शनों की कीमत तकरीबन 38 लाख रुपए बताई जा रही है। ये दोनों आरोपी शहर में नशीले इंजेक्शन का कारोबार करते थे। दो दिन पहले पुलिस ने एमएन फार्मा के संचालक नीरज परियानी को गिरफ्तार किया था।

7,400 नशीले इंजेक्शन बरामद किए

एसपी टीके विद्यार्थी ने बताया कि  28 जुलाई को क्राईम ब्रांच और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम को मुखबिर से सूचना पर एम.एन. फार्मा मनी प्लाजा बड़ी ओमती के संचालक नीरज परियानी और नशीले इंजैक्शन बेचने वाले राजू विश्वकर्मा को पकड़ा को 74 सौ नशीले इंजैक्शन कीमती 8 लाख रूपये के साथ पकड़ा गया था। दोनों इंजैक्शन कहां से और कैसे लाते थे। इसकी पूछताछ के लिए आरोपियों को 2 दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया था।

किराए के घर में छिपाए थे इंजेक्शन

पूछताछ में  नीरज परियानी ने कुबूल किया कि आनंद कालोनी में एक और मकान किराये पर लेकर मकान में नशीले इंजैक्शन बेचने छिपाकर रखा है और 10 हजार इंजेक्शन बेचने के लिए राजू विश्वकर्मा को दिया है। नीरज परियानी की निशादेही पर आनंद कालोनी स्थित मकान मे दबिश देते हुये 26 कार्टूनों में 52 हजार नशीले इंजैक्शन और राजू विश्वकर्मा के लालमाटी स्थित घर में दबिश देते हुये 10 हजार नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए। इनकी बाजार में कीमत लगभग 38 लाख रुपए बताई जा रही है। पहली बार पुलिस ने इतनी अधिक मात्रा में नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं।

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एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने मीडिया को बताया कि नशे के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस को नीरज परियानी के रूप में बड़ी कामयाबी मिली है। आरोपी लंबे वक्त से नशे का कारोबार कर रहा था। पुलिस नशे के पूरे जाल को ही ध्वस्त करने की योजना बना रही है।