जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाही को अंजाम दिया है। नशीले इंजेक्शन का कारोबार करने वाले मेडिकल संचालक के खिलाफ और सहयोगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाही करते हुए 62 हजार नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं। इन इंजेक्शनों की कीमत तकरीबन 38 लाख रुपए बताई जा रही है। ये दोनों आरोपी शहर में नशीले इंजेक्शन का कारोबार करते थे। दो दिन पहले पुलिस ने एमएन फार्मा के संचालक नीरज परियानी को गिरफ्तार किया था।
7,400 नशीले इंजेक्शन बरामद किए
किराए के घर में छिपाए थे इंजेक्शन
पूछताछ में नीरज परियानी ने कुबूल किया कि आनंद कालोनी में एक और मकान किराये पर लेकर मकान में नशीले इंजैक्शन बेचने छिपाकर रखा है और 10 हजार इंजेक्शन बेचने के लिए राजू विश्वकर्मा को दिया है। नीरज परियानी की निशादेही पर आनंद कालोनी स्थित मकान मे दबिश देते हुये 26 कार्टूनों में 52 हजार नशीले इंजैक्शन और राजू विश्वकर्मा के लालमाटी स्थित घर में दबिश देते हुये 10 हजार नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए। इनकी बाजार में कीमत लगभग 38 लाख रुपए बताई जा रही है। पहली बार पुलिस ने इतनी अधिक मात्रा में नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं।
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एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने मीडिया को बताया कि नशे के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस को नीरज परियानी के रूप में बड़ी कामयाबी मिली है। आरोपी लंबे वक्त से नशे का कारोबार कर रहा था। पुलिस नशे के पूरे जाल को ही ध्वस्त करने की योजना बना रही है।