DCGI: यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की ओर से भारतीय फार्माकोपिया आयोग (आईपीसी) के सचिव सह वैज्ञानिक निदेशक राजीव सिंह रघुवंशी को देश का अगला डीसीजीआई (DCGI) बनाने की सिफारिश की गई है। अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सरकार से डॉ. वी जी सोमानी के उत्तराधिकारी के रूप में उनके नाम की सिफारिश की है।

यूपीएससी की सिफारिश को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी मंजूरी मिलनी बाकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता  वाली मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति की मंजूरी के लिए अनुमोदन भेजा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय को यूपीएससी ने बताया कि पात्र अधिकारियों के प्राप्त बायोडाटा के आकलन और 27 जनवरी को उनसे व्यक्तिगत बातचीत के आधार पर उसने डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी को संविदा आधार पर संक्षिप्त अवधि के लिए डीसीजीआई के पद पर नियुक्त करने की सिफारिश की।

यूपीएससी की ओर से पिछले हफ्ते आयोजित साक्षात्कार में डॉ. सोमानी, डॉ. रघुवंशी और डॉ. जय प्रकाश (वरिष्ठ प्रमुख वैज्ञानिक अधिकारी, आईपीसी) शामिल हुए थे। डॉ सोमानी को 14 अगस्त, 2019 को तीन साल के कार्यकाल के लिए डीसीजीआई नियुक्त किया गया था और उन्होंने 16 अगस्त को कार्यभार संभाला था। उनका कार्यकाल दो बार (16 अगस्त और 16 नवंबर) तीन-तीन महीने के लिए बढ़ाया गया था।

बता दें कि डॉ. रघुवंशी 16 फरवरी, 2021 को आईपीसी में सचिव-सह-वैज्ञानिक निदेशक के रूप में नियुक्त हुए। उन्होंने वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज (मौजूदा नाम आईआईटी-बीएचयू) से स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई पूरी की और बाद में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी, नयी दिल्ली से पीएचडी की उपाधि ली। रैनबैक्सी लैबोरेटरी में 12 साल तक सेवा देने के बाद वह डॉ. रेड्डीस लैबोरेटरी में चले गये जहां उन्होंने 11 साल तक काम किया। डॉ. रघुवंशी को 14 अमेरिकी पेटेंट प्रदान किये गये। डॉ. रेड्डीस लैब ने उन्हें दो बार ‘डॉ. रेड्डीस उत्कृष्टा अवार्ड’ से सम्मानित किया।

डीसीजीआई देश भर में गुणवत्तापूर्ण दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। इसके पास नई दवाओं को मंजूरी देने और नैदानिक परीक्षणों को विनियमित करने का भी अधिकार है।