मुंबई। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) बिना डॉक्टरी पर्ची के कुछ दवाइयां, जिन्हें ओवर द काउंटर (ओटीसी) भी कहते हैं, को राशन की दुकान पर उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। मेडिकल स्टोर से जुड़े लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं, सीडीएसीओ ओटीसी दवाओं की उपलब्धता हर जगह करने के लिए ऐसा करने पर विचार कर रहा है।
मेडिकल स्टारों से जुड़े लोगों का कहना है कि राशन की दुकानों पर दवाएं बेचने से न केवल मरीजों की जान को खतरा रहेगा, बल्कि इससे बेरोजगारी भी बढ़ेगी। ऑल इंडिया फूड ऐंड ड्रग लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन के अध्यक्ष अभय पांडेय ने कहा कि सीडीएससीओ सर्दी-जुकाम जैसी दूसरी ‘ओवर द काउंटर’ दवाओं की उपलब्धता आसान करने के लिए इसकी बिक्री राशन की दुकानों पर करने पर विचार कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने सीडीएससीओ को पत्र लिखकर इस तरह का कोई भी फैसला न लेने की अपील की है। पांडेय ने बताया कि केवल महाराष्ट्र में 2 लाख से अधिक फार्मासिस्ट हैं। इनमें से तकरीबन 60 हजार ही फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग से पंजीकृत हैं। तमाम फार्मासिस्ट बेरोजगार हैं। सरकार का यह फैसला बेरोजगारी और बढ़ाएगा। महाराष्ट्र एफडीए से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संभवत: ग्रामीण इलाकों में ऐसा किया जा सकता है। हालांकि एफडीए को इस बारे में सीडीएससीओ से कोई जानकारी नहीं मिली है।