खेकड़ा। शहर के मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाइयां बेचने की शिकायत पर हुई छापामारी के विरोध में दवा दुकानदारों ने दिनभर अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। मेडिकल स्टोर संचालकों ने चेकिंग के नाम पर उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उनकी दुकानों पर नशीली दवाओं की बिक्री नहीं की जा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि बिना कारण छापे मारकर दवा कारोबारियों को परेशान न किया जाए। गौरतलब है कि अधिकारियों ने मेडिकल स्टोरों पर हाल ही में छापामारी की थी। इन छापों को अनुचित बताते हुए मेडिकल स्टोर संचालकों ने दुकानों को बंद कर दिया। इसके चलते दिनभर दवा लेने के लिए मरीजों और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि दो दिन पूर्व एसडीएम पुलकित गर्ग के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने दवा की दुकानों पर छापे मारे थे। हालांकि मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाएं नहीं मिली थीं। दवा विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष आबिद अली के आवास पर हुई बैठक में कहा गया कि ऐसे छापे मारकर दवा कारोबारियों का उत्पीडऩ करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि कुछ झूठी शिकायतों के आधार पर ही यह कार्रवाई कर दी गई। उन्होंने दावा किया कि दुकानों पर नशीली दवाएं नहीं बेची जा रही हैं। इसलिए वे ऐसा उत्पीडऩ नहीं सहेंगे। उन्होंने जिलाधिकारी से बेवजह की जाने वाली कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई दवा विक्रेता नशीली दवाओं की बिक्री करता है तो उसके खिलाफ संगठन खुद कार्रवाई कराएगा। बैठक की अध्यक्षता विनय कुमार जैन एवं संचालन प्रदीप धामा ने किया। इस दौरान अध्यक्ष आबिद अली, दीपक शर्मा, प्रमोद धामा, दानिश, संजीव शर्मा, अजय वर्मा, रवि चौधरी, राजकुमार, सुरेंद्र त्यागी, अमित कुमार, कपिल कुमार, शेलेष कुमार आदि मौजूद रहे।