मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने रेमडेसिविर की कीमत प्रति शीशी 1100 रुपये से 1400 रुपये तय करने का फैसला किया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की अधिकतम कीमत में कटौती करने की घोषणा की है। टोपे ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री अधिक मूल्यों पर करने से रोक लगाने के लिए प्रत्येक जिले में एक उड़नदस्ता भी बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल 50,000 शीशियों की आपूर्ति की गयी है और अस्पतालों में रोजाना के आधार पर इनका इस्तेमाल होगा। उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर के निर्माताओं को सीधे सरकारी अस्पतालों में इसकी आपूर्ति करनी चाहिए।
जिलाधिकारियों के पास भेजी गयी खेप निजी अस्पतालों को भेजी जाएगी क्योंकि ऐसी व्यवस्था से कालाबाजारी पर राक लगेगी। टोपे ने कहा कि राज्य में 1100 रुपये से 1400 रुपये के बीच यह दवा उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने रेमडेसिविर की जमाखोरी करने वाले विक्रेताओं को भी कार्रवाई के प्रति आगाह किया है और डॉक्टरों से इंजेक्शन का तार्किक तरीके से इस्तेमाल करने को कहा है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत 1400 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। टोपे ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण राज्य को रोज रेमडेसिविर की 1.5 लाख इंजेक्शन की जरूरत पड़ सकती है जिसके लिए उत्पादन में वृद्धि करनी होगी। कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों के उपचार में इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है।