नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जा रहे रेमडेसिविर की भारी किल्लत हो गई है। लेकिन अब देश में कोरोना की दवा रेमडेसिविर की कमी नहीं होगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जेनटेक लाइफसाइंसेस महाराष्ट्र के वर्धा में कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जा रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन का उत्पादन आज यानी 28 अप्रैल से शुरू करेगी। मंगलवार को नागपुर में कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन करते हुए गडकरी ने कहा कि कंपनी रोजाना रेमडेसिविर की 30,000 शीशी तैयार करेगी।

देश में अस्पतालों में गंभीर स्थिति में भर्ती कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों और लैब रिपोर्ट के जरिए कंफर्म पुष्ट किए गए वयस्क मरीजों और बच्चों में रेमडेसिविर के सीमित आपात उपयोग को मंजूरी दी गई है। वर्धा की जेनटेक लाइफ साइंसेज को रेमडेसिविर इंजेक्शन के विनिर्माण के लिए लाइसेंस मिला है। गडकरी ने कहा कि हैदराबाद की एक टीम वर्धा पहुंची है और परीक्षण जारी है तथा उत्पादन बुधवार से शुरू हो जाने की उम्मीद है। गडकरी ने बताया कि इस संयंत्र से उत्पादित रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण नागपुर और विदर्भ के अन्य जिलों में किया जाएगा। जरूरत के अनुसार इसे महाराष्ट्र के दूसरे जिलों में भी वितरित किया जाएगा।

कब सुधरेगी स्थिति
गडकरी ने नागपुर में ऑक्सीजन की आपूर्ति दुरूस्त करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले कुछ दिनों में कोविड मामले में स्थिति सुधरेगी। इस दौरान भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस भी गडकरी के साथ मौजूद थे।

रेमडेसिविर के दाम घटे
केंद्र सरकार के कहने पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली कंपनियों ने इस दवा के दाम में 50 फीसदी की कटौती की है। केडिला हेल्थ केयर लिमिटेड की दवा रेमडेक जो पहले 2800 में मिलती थी वह अब 899 रुपए में मिलेगी। इसी तरह डॉ रेड्डी की रेडिक्स जो 5400 रुपए में मिलती है वह अब 2700 रुपए में मिलेगी।