रोहतक। एक बार फिर मरीजों के साथ खिलवाड़ करने को लेकर रोहतक पीजीआई सुर्खियों में है। पिछले दिनों आर्थो विभाग में चल रहे गोलमाल का वीडियो वायरल होने के बाद भी पीजीआई में हालात ज्यों के त्यों बने हुए है। यहां चिकित्सकों की मनमानी जोरो पर है और मरीज साफ-साफ परेशान दिख रहे है।
नया मामला अब एक मरीज का है। एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, सांपला निवासी ओमप्रकाश को सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद पीजीआई में भर्ती कराया गया। घायल ओमप्रकाश के भाई और बीजेपी के सांपला ब्लॉक सचिव कृष्ण ने बताया कि मंगलवार को चिकित्सक ने इंजेक्शन लाने के लिए कहा था। जिसके बाद चिकित्सक की ओर से लिखे इंजेक्शन के आधार पर कृष्ण पीजीआई में स्थित अमृत स्टोर से इंटापाइम टी जेड इंजेक्शन लेकर चिकित्सक के पास पहुंच गया।
आरोप है कि चिकित्सक ने इंजेक्शन देखते ही लगाने से इनकार कर दिया। जब चिकित्सक से इंजेक्शन न लगाने का कारण पूछा तो चिकित्सक ने कहा कि जिस मेडिकल स्टोर से कहा है उस मेडिकल स्टोर से निजी कंपनी का गोपाइम टी जेड नामक इंजेक्शन लेकर आओ।
बताया गया कि एक ही सॉल्ट होने के बाद भी अमृत स्टोर से इंजेक्शन की कीमत 164 रुपये और निजी स्टोर से 600 रुपये है। इसके बाद ट्रामा सीएमओ से शिकायत की गई तो उन्होंने अमृत स्टोर से खरीदे गए इंजेक्शन को सही ठहराया। जबकि इमरजेंसी सीएमओ ने भी चिकित्सक का समर्थन करते हुए निजी स्टोर से इंजेक्शन खरीदने की बात कही। कृष्ण ने आरोप लगाया कि जब निजी कंपनी के इंजेक्शन खरीदने का विरोध किया गया तो चिकित्सक ने इलाज करने से इनकार कर दिया।
इस पूरे मामले पर पीजीआईएमएस निदेशक डॉ रोहताश यादव ने कहा कि मुझे मामले की जानकारी नहीं है, अगर आरोप सही पाए गए तो चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।