इंदौर। पुलिस ने शहर में ड्रग्स की तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ा है। गिरोह के कुल 9 सदस्यों के कब्जे से तीन लाख रुपए से अधिक कीमत की प्रतिबंधित व नशीली दवाइयां जब्त की गई हैं। ये लोग बाहर से इन दवाइयों को लाकर शहर में महंगेे दाम पर बेचते थे। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि लंबे समय से हमें सूचना मिल रही थी की शहर में गांजा, ब्राउन शुगर और नशीली दवाइयां बेची जा रही हैं। यह भी पता चला था कि इनमें सबसे ज्यादा अल्फ्राझोलम टेबलेट युवाओं को नशे का आदी बना रही है। अल्फ्राझोलम के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए एक टीम का गठन कर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

तस्करों के पास से बरामद ड्रग्स की बाजारी कीमत कुल 3 लाख 15 हजार 371 रुपए है। डीआईजी मिश्रा ने बताया कि वैसे तो इस टेबलेट की कीमत 34 रुपए है लेकिन नशे के रूप में इसका इस्तेमाल होने से तस्कर इसे 100 रुपए में बेचते थे। गिर तार आरोपियों का नेटवर्क मप्र के कई शहरों के साथ-साथ महाराष्ट्र से भी जुड़ा हुआ है। आरोपियों में एक नागपुर, दूसरा उज्जैन का रहने वाला है। वहीं दो लोग खुद को ग्वालियर का निवासी बताते हैं। इसके अलावा तीन मेडिकल स्टोर संचालक मोह मद फारुख, वसिम, पवन व जितेन्द्र को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस नागपुर निवासी निलेश, ग्वालियर निवासी हेमंत तथा इंदौर निवासी मुनेन्द्र जो की दवा सप्लाई का काम करते थे, उनसे पूछताछ कर रही है।