रुड़की। औषधि नियंत्रण विभाग ने रुड़की से इलाहाबाद भेजी जा रहीं लाखों रुपए की एंटीबायोटिक दवाएं पकड़ी हैं। दवाओं को एक कूरियर कंपनी के जरिए भेजा जा रहा था। पैकेटों पर दवाओं को काशीपुर में बनाए जाने का उल्लेख किया गया है। पकड़ी गई दवाओं की कीमत 11 लाख रुपए आंकी गई है। रुड़की में नकली दवा पकड़े जाने का यह पहला मामला नहीं है। दिसंबर में रुड़की में ढाई करोड़ की नकली एंटीबायोटिक पकड़ी गई थी। फैक्ट्री का गोदाम रुड़की और निर्माण भगवानपुर में हो रहा था।
इस मामले में गिरफ्तारी भी हुई थी। कई दवाओं को विदेश भेजने की बात भी सामने आयी थी। भगवानपुर में भी कई बार विभागीय नकली दवा पकड़ी गई। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने बताया कि दवा नकली है, इसकी पुष्टि के लिए दवाओं के सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। बताया कि बरामद दवाओं की कीमत करीब ग्यारह से साढ़े ग्यारह लाख के आसपास है। सभी दवाएं एंटीबायोटिक हैं। उन्होंने कहा कि काशीपुर में बनी दवा को इलाहाबाद भेजने के लिए रुड़की लाया जाना शक पैदा कर रहा है।
इस बात की जांच की जा रही है कि दवा कहां बनी है। संबंधित लोगों से इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उसके बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र राणा ने बताया कि, औषधि नियंत्रण विभाग को सूचना मिली कि मालवीय चौक स्थित एक कूरियर कंपनी से दवाओं की खेप उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद भेजी जा रही है। सूचना मिलने के बाद कूरियर कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा गया। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि, दवाओं को अलग-अलग डिब्बों में पैक किया गया था।
इन्हें इलाहाबाद की एक फार्मा कंपनी को भेजा जाना था। दवाओं को ड्रग विभाग ने कब्जे में ले लिया। दवा के डब्बों पर काशीपुर में निर्माण होना लिखा गया है। काशीपुर में निर्मित दवा को इलाहाबाद भेजने के लिए रुड़की लाए जाने से विभाग का शक गहरा गया। आशंका जताई जा रही है कि रुड़की में ही कहीं नकली दवा बनायी गई थी। उसमें फर्जी तरीके से काशीपुर में निर्माण होना लिखा गया।