झज्जर । स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक अंतरराज्यीय लिंग जांच रैकेट का भंडाफोड़ किया है। थाना बेरी में दर्ज कराए गए मामले में स्वास्थ्य विभाग की दो नर्स, एक पूर्व एंबुलेंस चालक सहित कुल आठ लोग शामिल बताए गए हैं। इनमें गाजियाबाद में अल्ट्रासांउड करने वाला आरोपित तथा गिरोह से जुड़े अन्य लोग शामिल हैं। जानकारी अनुसार पीएनडीटी विभाग की टीम इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए पिछले कई दिनों से लगी हुई थी। पहले यह सौदा 26 हजार रुपये में तय हुआ था। आरोपियों को शक होने पर वे खुद पीछे हट गए। नए सिरे से टीम ने जाल बुना, जिसके बाद विभाग की आरोपी स्टाफ नर्स ने 70 हजार रुपये में सौदा किया। आरोपी पूर्व एंबलुेंस चालक सुमित ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जाकर गर्भवती महिला की जांच करवाई। दिनभर चली प्रक्रिया में देर रात तक मामले का पटाक्षेप हो पाया। दर्ज कराए गए मामले के मुताबिक स्टाफ नर्स नीलम ने एक नकली ग्राहक (विभाग द्वारा तैयार किए गए ग्राहक) के साथ 70 हजार रुपये में सौदा तय किया। सुमित शहर के छिक्कारा चौक पर पहुंचा और 70 हजार रुपए लेने के बाद वह ग्राहक द्वारा लाई गई गाड़ी में बैठकर वहां से चल दिया। जो कि उन्हें गाजियाबाद ले गया। वहां पर उन्हें दो अन्य लोग मिलें, जो कि पहले बाइक से और फिर वैगनार गाड़ी से एक घर में बनाए गए अल्ट्रासाउंड सेंटर तक ले गए। जिस गाड़ी में टीम की ग्राहक को ले जाया गया। उसमें दो अन्य गर्भवती महिलाएं भी मौजूद थीं। झज्जर से गाजियाबाद तक जाने में सुमित एक अन्य स्टाफ नर्स सरिता दहिया तथा भिडावास निवासी धमेंद्र उर्फ सोनू से भी फोन पर बात करता रहा। सिविल सर्जन, झज्जर डा. संजय दहिया का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की दो नर्स सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए जांच की जा रही है।