नोएडा। लेडी डॉक्टर द्वारा मात्र दो साल में एक ही अस्पताल में 20 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट किए जाने का खुलासा हुआ है।
यह है मामला
हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक अंतर्राष्ट्रीय किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में नया खुालसा हुआ है। रैकेट में शामिल एक महिला डॉक्टर ने महज दो साल में नोएडा के एक ही अस्पताल में 20 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट किए थे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऐसे छह अस्पताल हैं जो ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए पंजीकृत हैं। नोएडा का स्वास्थ्य विभाग उन सबके आंकड़े जुटा रहा है। इसे दिल्ली की अपराध शाखा को सौंपा जाएगा। ऐसे में नोएडा में भी कई डॉक्टरों और अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
गौरतलब है कि नोएडा में सेक्टर 62 में फॉर्टिस हॉस्पिटल, सेक्टर 128 में जेपी अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में यथार्थ अस्पताल, नोएडा एक्सटेंशन में यथार्थ अस्पताल, नोएडा सेक्टर-26 में अपोलो अस्पताल और सेक्टर 104 में प्राइमा अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण (ऑर्गन ट्रांसप्लांट) होता है।
यथार्थ व प्राइमा अस्पताल में 119 ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुए
यथार्थ (दोनों शाखाओं) और प्राइमा अस्पताल में अब तक 119 ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुए हैं। करीब 12 प्राइमा अस्पताल में और शेष यथार्थ अस्पताल में हुए हैं। इनमें किडनी, लिवर और हृदय प्रत्यारोपण प्रमुख हैं।
बता दें कि मरीज के साथ अंगदाता के कार्यालय पहुंचने के बाद जरूरी दस्तावेज की जांच के बाद प्रक्रिया पूर्ण करने पर एनओसी दिया जाता है। इस प्रक्रिया में ट्रांसप्लांट करने वाला डॉक्टर शामिल नहीं होता है।
अधिकारियों का कहना है कि डॉ. विजया राजकुमारी इस मामले में कार्यालय नहीं आईं। उनके जिले में प्रैक्टिस करने संबंधी दस्तावेज की जांच के बाद कुछ कहा जा सकेगा। बताया गया कि यथार्थ अस्पताल में जो ट्रांसप्लांट हुए, उनमें बांग्लादेश, अफगानिस्तान समेत कई देशों से मरीज और अंगदाता पहुंचे थे।