बेरी (झज्जर)। नागरिक अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के नजदीक चल रही शिवम डायग्नोस्टिक लैब में गर्भपात की दवा का कारोबार फल-फूल रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बहादुरगढ़ व छुछकवास में छापामारी के बाद बेरी की शिवम डायग्नोस्टिक लैब पर रेड की। वहां गर्भपात में प्रयोग की जाने वाली दो किट व बड़ी संख्या में अंग्रेजी दवाइयां व नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की यह कार्रवाई करीब पांच घंटे तक चली। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रतिबंधित सभी दवाओं को जब्त कर इस मामले में लैबोरेटरी संचालक गांव बिरधाना निवासी मनोज पुत्र कदम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, उसकी लैबोरेटरी को भी सील कर दिया है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि बेरी की शिवम लैबोरेटरी में गर्भपात करने के साथ-साथ यहां गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिंग जांच भी की जाती है। जिस पर टीम ने डिकॉय पेशेंट तैयार कर दुकान पर दो दिन पहले भेजा था। 800 रुपये में किट का सौदा होने के बाद संचालक ने महिला को पति को साथ लाने के लिए कहा। महिला  पति को साथ लेकर पहुंची तो संचालक ने महिला को दवाई के पते पर निशान लगाकर दिया तो टीम ने छापा मारकर उसे दबोच लिया। टीम ने सेंटर के नजदीक खड़ी कार से एमटीपी किट और सेंटर से नशीली दवाइयों का जखीरा बरामद किया है। झज्जर के सीएमओ डॉ. रणदीप पूनिया ने बताया कि सेंटर की जांच करने पर वहां से भी हजारों रुपये की प्रतिबंधित दवाएं मिली हैं। डायग्नोस्टिक सेंटर संचालक के खिलाफ एमटीपी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाकर उसे सील कर दिया है। आरोपी संचालक मनोज दहिया को गिरफ्तार कर लिया है।