नई दिल्ली। वायु प्रदूषण का लोगों की सांस, हार्ट से जुड़ी बीमारी और ब्रेन पर बहुत ज्यादा असर हो रहा है। उक्त शब्द विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर अपोलो अस्पताल के डॉक्टर अनुपम सिब्बल ने कहे। एक साझा कार्यक्रम में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) और अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने वायु प्रदूषण से निपटने के तरीके सुझाए। उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति अपने स्तर पर कुछ तरीके अपना ले तो बहुत हद तक पर्यावरण के नुकसान को कम किया जा सकता है। मरीजों को भी अपने स्तर पर कुछ एहतियात बरतने के लिए जागरूक करने के लिए अभियान शुरू करने की बात कही गई। इस मौके पर डॉक्टर विनोद क्षेत्रपाल ने कहा कि औद्योगिक कचरा वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से है। इसके अलावा कृषि अपशिष्ट भी हर साल वायु प्रदूषण को बढ़ाते हैं। वहीं, दिल्ली मेडिकल असोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर गिरीश त्यागी ने कहा कि खुले में कूड़ा जलाना भी प्रदूषण का स्तर बढऩे के कारणों में एक है।