वाराणसी जिले में मुंडवाडीह पुलिस के हाथों बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने बड़ी कार्रवाही को अंजाम देते हुए ऑटो से 202 बंद पेटियों से नशीला प्रतिबंधित कफ सिरप जब्त किया है। जब्त किए गए कफ सिरप की कीमत 41 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। पुलिस ने इसकी जानकारी ड्रग विभाग को दी।

प्रतिबंधित कफ सिरप को वाराणसी के बाजार में बेचने की योजना

पुलिस के द्वारा दी गई सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचे ड्रग इंस्पेक्टर विवेक कुमार ने छानबीन की। ठोस कागजात नहीं दिखाने पर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है।

मुंडवाडीह के पुलिस  प्रभारी विमल कुमार मिश्रा ने इस मामले को लेकर बताया कि रविवार की सुबह मुखाबिर से उन्हें इस संबंध में सूचना प्राप्त हुई थी। मुखाबिर ने पुलिस को बताया था कि कुछ लोग लखनऊ के नजदीक प्रतिबंधित कफ सिरप को लेकर खड़े हुए हैं। इस कफ सिरप को वो वाराणसी के बाजार में बेचने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने गिरोह के लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। साथ ही ड्रग विभाग को घटना की जानकारी देकर मौके पर बुलाया गया। नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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ड्रग विभाग के द्वारा की गई पूछताछ में गिरफ्तार हुए अभियुक्तों ने बताया कि वो ये कफ सिरप दिल्ली से लेकर आए थे। दिल्ली से लाए इस नशीले कफ सिरप को उन्होंने वाराणसी और मध्य प्रदेश के बाजार में बेचने की योजना बनाई थी। अभियुक्तों के पास से 202 पेटियों में नशीली कफ सिरप बरामद हुई जिसकी कीमत 41 लाख 80 हजार रुपए है। साथ ही उनके पास से 2.80 हजार रुपए नकद प्राप्त हुए।

गिरफ्तार हुए अभियुक्तों की पहचान 28 वर्षीय प्रशांत कुमार केसरा, 20 वर्षीय हिमांशु केसरा और 27 वर्षीय अजय केशरी के रुप में हुई है। ये तीनों ही उत्तर प्रदेश के चंदौली के रहने वाले हैं।