रामपुर। खुलेआम नशीली दवा का कारोबार किया जा रहा है। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा विक्रेता लोगों को नशीली दवा बेचं रहें है। रामपुर में करोड़ों की नशीली दवाओं का जखीरा पकड़े जाने के बाद अब पुलिस और औषधि विभाग के निशाने पर नशीली दवा का कारोबार करने वाले लोग जद में आ गए हैं। तमाम दुकानदारों की गर्दन ऐसे मामले में फंस सकती है। अब ऐसे दवा विक्रेताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। औषधि निरीक्षक द्वारा पिछले दिनों दवा की दुकान पर की गई चेकिंग के दौरान एक दुकान पर नशीली दवाएं मिली थीं,जिस पर जांच की गई तो उसके खिलाफ परिवाद दायर किया है। साथ ही दवा विक्रेता का लाइसेंस निरस्त करने की भी कार्रवाई शुरू की है।
बता दें कि पुलिस द्वारा पांच करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की दवा जब्त की गई हैं। जब्त की गई दवाओं के सैंपल औषिध विभाग की टीम ने भरे हैं। औषधि निरीक्षक उर्मिला वर्मा ने बताया कि 11 दवाओं के सैंपल लिए गए हैं,जिनको जांच के लिए लखनऊ की लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई होगी। एसपी-अंकित मित्तल ने बताया कि नशीली दवाओं के कारोबार पर शिकंजा कसा गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जांच में जो भी नाम सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। औषधि निरीक्षक -उर्मिला वर्मा के अनुसार नशीली दवाओं का कारोबार का भंडाफोड़ होने के बाद अब जिले के सभी दवा विक्रेताओं के स्टाक की जांच की जाएगी।
यदि कहीं कोई नशीली दवा मिलती है तो दवा विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। रामपुर पुलिस ने नशीली दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी कार्रवाई की थी। पुलिस ने पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की नशीली दवाओं को बरामद करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस का दावा था कि आगरा से रामपुर तक नशीली दवाओं की सप्लाई हुआ करती है। बसों के जरिए दवाओं के बंडल आया करते थे। शहजादनगर में एक खंडहर में माल उतरता था और फिर यहीं से जिले भर के मेडिकल स्टोरों पर इन दवाओं की सप्लाई हुआ करती थी।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। करोड़ों की दवा का भंडाफोड़ होने के बाद इस मामले में एक ओर जहां पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है,वहीं दूसरी ओर औषधि विभाग भी इसको लेकर अलर्ट हो गया है। दरअसल, नशीली दवाओं का कारोबार रामपुर के दवा विक्रेताओं के यहां से खूब चल रहा है। शहर से लेकर देहात तक के दवा विक्रेता नशीली दवाएं आसानी से बेच रहे हैं। नियम है कि नशीली दवाएं डाक्टर के पर्चे के बिना नहीं दी जा सकती,लेकिन यहां दुकानों पर ऐसा कोई नियम नहीं है। फिलहाल जांच का दायरा अब और बढ़ गया है। औषधि विभाग ने अपने स्तर से भी जांच शुरू कराई है। साथ ही नशीली दवा बेचने वाले दवा विक्रेताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में भी कई दवा विक्रेता फंस सकते हैं।