नई दिल्ली। दर्द से लंबे समय से जूझ रहे लोगों की इस समस्या से निजात दिलाने का एक नया तरीका खोजा गया है। एक अध्ययन का दावा है कि इस समस्या से जूझ रहे कुछ खास रोगियों को शुगर पिल्स (गोलियां) से राहत मिल सकती है। ये गोलियां वैसे ही प्रभावी हो सकती हैं, जैसे बाजार में मौजूद दवाएं असर करती हैं। अमेरिका की नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, मस्तिष्क की बनावट और लक्षणों से अनुमान लगाया जा सकता है कि कौन रोगी शुगर प्लेसबो पर प्रतिक्रिया देगा। शोधकर्ताओं का कहना है कि ज्यादातर उपचार का दीर्घकालीन प्रतिकूल प्रभाव का खतरा रहता है। बाजार में मौजूद दवाओं की अपेक्षा प्लेसबो उपचार का एक बेहतर विकल्प हो सकता है।