यूपी के श्रावस्ती जिले के संयुक्त जिला चिकित्सालय में ज्यादातर डॉक्टर बाहर से दवाई लिख रही हैं, जो मरीजों को काफी महंगी पड़ रही है।
अगर बात करें तो 5 दिन की दवा मरीजों को 1200 तक की पड़ रही है। इसके पीछे डॉक्टर और दवा के बीच सेटिंग का खेल बताया जा रहा है। डॉक्टर मरीजों पर दबाव बना रहे हैं कि वह दवा खरीदने के बाद उन्हें बाहर से लाकर दिखाएं और कोई दवा किसी अन्य कंपनी की होती है तो वह उसे वापस करा देते हैं।
ऐसे में मरीजों को 1200 तक खर्च करने पड़ रहे हैं। इलाज कराने आए संतोष को पहले जांच कराया गया जांच की रिपोर्ट आने के बाद एक पर्चे पर दवा लिख कर दिया गया और दवा की दुकान भी बताई गई।
कहा गया कि वहीं से दवा लेनी है जब संतोष दवा लेने गए तो 5 दिन की दवा 1150 रुपए की मिली। उनके पास पूरे पैसे नहीं थे, जिस वजह से वह वापस लौट आए। इसके बाद डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में दवा नहीं है इसलिए दवा बाहर से लिखे हैं।
जिसके बाद संतोष दूसरे जगह इलाज कराने के लिए चले गए। वही स्थिति सिरसिया से आए हुए अनिल सहित कई लोगों के साथ देखने को मिली।
इस संबंध में सीएमएस डॉ जेता सिंह ने कहा कि वह इस मामले को लेकर डॉक्टर से बात करेंगे अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है