अमरोहा। दवा कारोबारियों ने पकड़े जाने के डर से अमानक दवा की बोरियां सड़क किनारे फेंक डाली। तालाब और खेतों में भी जगह-जगह दवा के पैकेट बिखरे मिले हैं। माना जा रहा है कि ये दवाएं पिछले दिनों शहर के दो गोदामों पर छापामारी की कार्रवाई के बाद फेंकी गई है।
गौरतलब है कि स्थानीय पुलिस और कई जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों ने छापामारी करते हुए करीब तीन करोड़ रुपए की अमानक व नशीली दवाइयां जब्त की थीं। दो गोदामों में तो दवाइयों का जखीरा भरा मिला था। जो कारोबारी कार्रवाई से बच गए, उन्होंने रात के अंधेरे में नकली दवाइयों को बोरों में भरकर अमरोहा मार्ग पर करनपुर-बावनखेड़ी गांव के बीच तालाब में डाल दिया। सड़क किनारे व खेतों में भी दवाई के पैकेट फेंके गए। शायद ऐसा करने वालों को डर था कि अगर बोरों को यूं ही फेंका तो भेद खुल जाएगा।
गजरौला मार्ग किनारे भी भारी मात्रा में दवाइयां पड़ी मिली। आशंका जताई जा रही है कि यह दवा पूरी तरह से अमानक है। इसके साथ ही यह सवाल भी खड़ा हो गया है कि शहर में नकली दवा का कारोबार कितने बड़े स्तर पर चल रहा था। अमरोहा के ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष कुमार का कहना है कि हसनपुर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि अमरोहा में भी नकली दवाइयों का जखीरा पूर्व में पकड़ा जा चुका है। जो दवाइयां तालाब किनारे पड़ी मिली हैं, उनका पता लगाएंगे कि किसने इन दवाइयों को फेंका है। नकली दवाओं को लेकर टीम नजर बनाए हैं।