एक और सरकार की ओर से मरीजों के इलाज के लिए बेहतर चिकित्सा देने का दावा किया जाता है। वहीं दूसरी ओर पंजाब के जीएमएसएच-16 समेत सभी सिविल अस्पतालों में दवाओं की भयंकर किल्लत देखने को मिल रहे हैं।

मौजूदा समय में वह जीवन रक्षक दवाओं के साथ ही तरह पेरासिटामोल सिरप तक की कमी है जिस कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही है।

जब इस बारे में आला अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है ।

जबकि वार्ड इमरजेंसी वह ओपीडी में प्रतिदिन इसके स्टॉक में उपलब्ध होने की जानकारी उन्हें दी जाती है।

लोगों का कहना है कि सस्ते इलाज के नाम पर सिर्फ जनता को कुछ लाने का काम किया जा रहा है।

इस बारे में स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने कहा कि मैंने निदेशक स्वास्थ्य से इस मामले में जानकारी ले ली है उन्होंने कहा कि दवाओं की कमी जैसी कोई स्थिति नहीं है