कोटा (राजस्थान)। विज्ञान नगर सीएचसी में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के दवा काउंटर पर एक मरीज को एक्सपायरी डेट की दवा दे दी गई। मरीज ने एक गोली खा भी ली, बाद में जब किसी ने उस पर एक्सपायरी डेट देखी तो पता चला कि दवा एक्सपायर हो चुकी थी। भैरू सिंह ने बताया कि वह अपने बेटे युवराज को बुखार, खांसी-जुकाम की शिकायत पर विज्ञान नगर स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर को दिखाने गया था। वहां डॉक्टर ने पर्चे पर दवा लिख दी। दवा काउंटर से दवा लेकर बेटे ने घर जाकर गोलियां खाना शुरू कर दिया।
बाद में देखा तो एजीथ्रोमाइसिन टैबलेट (आईपी 250 एमजी) एक्सपायरी डेट की थी। यह दवा जून, 2016 में बनी और मई, 2018 में एक्सपायर हो गई थी। उधर, सीएमएचओ डॉ. आरके लवानिया ने बताया कि एक्सपायरी डेट की दवा काउंटर पर रखनी ही नहीं चाहिए। यदि ऐसा है तो मैं दिखवाता हूं और कल ही वहां से दवा को मंगवा लेंगे। यह फार्मासिस्ट की जिम्मेवारी बनती है कि दवा एक्सपायरी डेट की है या नहीं?