नई दिल्ली: राजधानी स्थितसरकारी अस्पतालों के दवा गोदामों में एंटी करप्शन ब्यूरो के छापे से हलचल मच गई। छापामार कार्रवाई के बाद दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के सीपीए ने बड़ा फैसला लेते हुए निदेशक हेल्थ सर्विसेज के गोदाम को छोडक़र बाकी सभी गोदामों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। सीपीए के आदेशों में कहा गया कि तीन महीने की दवाएं खुद खरीदकर अस्पताल में रखने का इंतजाम करें। सीपीए की ओर से केवल इमरजेंसी और लगातार अस्पतालों में इस्तेमाल होने वाली चुनिंदा दवाएं ही खरीदी जाएंगी। इसमें एंटीबायोटिक्स, ब्रूफेन, पैरासीटामोल, इंजेक्टेबल मेडिसिन शामिल हैं। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग डायरेक्टर (मेडिसिन प्रोक्योरमेंट), सीपीए डॉ. विजॉय के मुताबिक एसीबी कीछापामार कार्रवाई के बाद वेयर हाउस बंद करने का फैसला लिया गया। यहां पर रखने के लिए दवाओं की खरीद भी बंद कर दी गई हैं। जो दवाएं वेयर हाउस में रखीं थी उनमें 80 प्रतिशत दवाएं अस्पतालों को भेजी जा चुकी हैं। बाकी भी जल्द भेज दी जाएंगी। नए वेयर हाउस के लिए प्रपोजल बनाया जाएगा।