रोहतक। खानपुर कलां (जिला सोनीपत) स्थित हरियाणा के एकमात्र महिला मेडीकल कॉलेज के कार्यवाहक डायरेक्टर डा.एपीएस बत्रा के अचानक इस्तीफे की जो वजहें सामने आई हैं , वह काफी चौंकाने वाली हैं । इससे राज्य में हावी होती जी रही लालफीताशाही और राज्य सरकार की काहिली की पोल खुल जाती है ।

गौरतलब है कि कार्यवाहक निदेशक डा. एपीएस बत्रा ने 31 अगस्त को राज्य के मेडीकल शिक्षा एवं रिसर्च विभाग के निदेशक को पत्र लिख कर शिकायत की थी कि लालफीताशाही के कारण संस्थान को सुचारू रूप से चलाना बेहद मुश्किल हो चुका है और उन्हें कदम कदम पर कई तरह की दिक्कतें झेलनी पड़ रहीं हैं ।

डा.बत्रा ने पत्र में कहा था कि वित्तीय कमी के चलते संस्थान के अस्पताल में एमरजेंसी की हालत पैदा हो चुके हैं । ऑक्सीजन गैस के डिस्ट्रीब्यूटर ने बिलों का भुगतान न होने के कारण सप्लाई रोक दी है । साफ सफाई तक के प्रबंध के लिए संस्थान को चंडीगढ़ बैठे अफसरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं । छोटी छोटी जरूरतों के लिए भी सरकार को लिखना पड़ता है और वहां से महीनों महीनों तक पलट कर जवाब नहीं आता । जरूरी स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए लगातार ‘ऊपर’ चक्कर लगाने के बावजूद कहीं कुछ नहीं हुआ । ऐसे में संस्थान और अस्पताल को चलाना कोई आसान काम नहीं । अफसरान मंजूरी देने में रोड़े अटकाते हैं और सरकार सुनती नहीं ।

ज्ञातव्य है कि डा बत्रा ने तीन दिन पहले चंडीगढ़ में विभाग के एडीशनल चीफ सैक्रेटरी को एक मीटिंग के दौरान ही अपना इस्तीफा सौंप दिया था तथा कहा था कि जैसे हालत इस समय संस्थान के चल रहे हैं, उनमें कोई भी डायरेक्टर काम नहीं कर सकता ।

सूत्रों के अनुसार डा. बत्रा का इस्तीफा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास भिजवा दिया गया है और विभाग ने उनसे आगे के एक्शन के लिए निर्देश देने को कहा है । अनिल विज अभी इस्तीफे के कारणों पर विचार कर रहे हैं , लेकिन किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने से पहले वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से विचार विमर्श करने के हक में हैं ।

चर्चा है कि अगले सप्ताह तक सरकार स्थिति साफ कर देगी कि डा. बत्रा को ही पद पर बरकरार रखना है या उनका इस्तीफा स्वीकार कर किसी और को डायरेक्टर के पद की जिम्मेदारी सौंपनी है । डा. पीएस गहलौत के डायरेक्टर पद से सेवानिवृत हो जाने के बाद से ही महिला मेडीकल कॉलेज मे नियमित डायरेक्टर की प्रतीक्षा की जा रही है । उम्मीद करनी चाहिये कि राज्य सरकार जल्द ही संस्थान में छाये अनिश्चितता के बादलों को छांटने के लिए चुस्ती से निर्णय लेगी ।

*सर्वदमन सांगवान@9812024027

साभार – गरिमा टाइम्स