नई दिल्ली। साइकोट्रोपिक मेडिसिन की अवैध सप्लाई में शामिल रैकेट का भंडाफोड हुआ है। पुलिस की नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ ने इस मामले में 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लगभग 28 लाख रुपए कीमत की अल्प्राजोल टेबलेट बरामद की गई हैं।
आरोपियों के नाम राजीव कुमार, प्रमोद कुमार, प्रेम चंद, जगदीप और राहुल पाल बताए गए हैं। इनके पास से 7.33 लाख गोलियों के अलावा वारदात में इस्तेमाल दो कारें भी बरामद की हैं। पता चला है कि राजीव कुमार एक नामी फार्मा कंपनी में एरिया सेल्स मैनेजर है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
अल्प्राजोलम टैबलेट की तस्करी की मिली सूचना
स्पेशल स्टाफ की टीम को सूचना मिली थी कि कुछ लोग अल्प्राजोलम टैबलेट की अवैध रूप से तस्करी कर रहे हैं। इस पर एसआई सुखबीर, सुशील रावत की टीम ने एमसीडी टोल पुश्ता रोड, सोनिया विहार के पास डेरा डाला। पुलिस ने मौके पर बलेनो कार सवार दो युवकों को जांच के लिए रोका।
कार की तलाशी लेने पर 2.40 लाख गोलियां मिली। कार सवार राहुल और जगदीप को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेवर से प्रेम चंद और प्रमोद को भी गिरफ्तार किया। इनके पास से 4.93 लाख गोलियां बरामद की गई। बाद में दवा गिरोह के मुख्य आरोपी राजीव कुमार को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से बरामद गोलियां कुल 88 किलो मिली।
बता दें कि आरोपियों से बरामद की गई यह दवाइयां डॉक्टर के पर्चे के बगैर नहीं मिलती हैं। आरोपी इसका फायदा उठाकर इनको मुंहमांगे दामों पर दवा दुकानदारोंं को बेचते हैं।