प्रतापगढ़ (उप्र.)। स्वास्थ्य विभाग जिले में दवाओं का स्टॉक रखने के लिए जल्द ही ड्रग हब बनाएगा। इसके लिए सीएमओ को आदेश दे दिए गए हैं। ड्रग हब का निर्माण सात करोड़ की लागत से होगा। शासन के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग शहर से सात किमी के दायरे में निर्माण के लिए सवा एकड़ जमीन की तलाश कर रहा है।
जनपद में जिला, महिला अस्पताल के साथ ही सीएचसी और पीएचसी को मिलाकर डेढ़ सौ सरकारी अस्पतालों का संचालन हो रहा है, मगर सरकारी अस्पतालों में दवा भेजने और शासन की ओर से दवा मंगवाने के लिए ड्रग हब का निर्माण नहीं कराया गया है। इसके चलते सरकारी अस्पतालों में दवाओं का संकट बना रहता है। इससे मरीज परेशान होते हैं। योगी सरकार ने मरीजों की इस समस्या को दूर करने के लिए जनपद को ड्रग हब की सौगात दी है। जिला अस्पताल से सात किमी के दायरे में ड्रग हब का निर्माण कराया जाना है। ड्रग हब मेनरोड पर होगा, जिससे छोटे और बड़े वाहनों के आने-जाने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। शासन के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ ही राजस्व विभाग ने भी ड्रग हब के निर्माण के लिए डेढ़ एकड़ जमीन की तलाश शुरू कर दी है।
सूत्र बताते हैं कि अफसर मेडिकल कालेज के चिह्नित जमीन के आसपास ही ड्रग हब के लिए भी जमीन तलाशने में लगे हुए हैं। ड्रग हब के निर्माण के बाद जिला और महिला अस्पताल के साथ ही सीएमओ की ओर से दवा रखने के लिए बने सीएमएसडी पर ताला लटक जाएगा। यहां के कर्मचारियों का काम भी खत्म हो जाएगा। ड्रग हब में बैठे अफसर और कर्मचारी अधीक्षकों की मांगों पर तत्काल दवा उपलब्ध कराएंगे।
दवा स्टोर पर कई वाहन रखे जाएंगे। इनका काम ड्रग हब से दवा लेकर जिला, महिला अस्पताल के साथ ही सीएचसी और पीएचसी पर पहुंचाना होगा। इससे सरकारी अस्पतालों की दवा की ब्लैक में बिक्री पर जहां रोक लग जाएगी, वहीं सरकारी अस्पतालों में दवाओं का अकाल नहीं होगा। इससे मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी। सीएमओ एके श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के आदेश पर ड्रग हब के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन मेन रोड पर चाहिए, इसलिए थोड़ी समस्या आ रही है। हालांकि सबकुछ ठीक रहा तो जमीन मिलते ही एजेंसी से आने वाली दवाओं को रखने के लिए हब तैयार करवा दिया जाएगा।