हिसार। हिसार सिविल अस्पताल के जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें डॉ. पूनिया सिस्टम पर कई सवाल खड़े करते दिखाई रहे हैं। वे कह रहे हैं कि हवाई अड्डा 2018 में बन गया, लेकिन जहाज कितने उड़े। स्वास्थ्य विभाग के सभी आठ वेंटिलेटर तो चले नहीं, जहाज क्या उड़ेंगे। हांसी में वेंटिलेटर चालू होता तो पिछले दिनों तड़प-तड़प कर मरे एक मरीज की जान बच सकती थी। बतादे कि वीडियो में डॉ. रमेश पुनिया ने कहा है कि दो साल पहले 2018 में भी एयरपोर्ट बना था, कितने जहाज उड़े, हर किसी को पता है। हम कोरोना में पिछले करीब आठ माह से लगे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास आठ वेंटिलेटर अभी तक चालू नहीं हो सके हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। हांसी में पेंशेंट की तड़प-तड़प कर मौत हो गई, उसका बेटा रोता रहा, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। आज तक उसकी जांच नहीं हो पाई। उसके लिए कौन जिम्मेदार था? वेंटिलेटर चालू होता तो मरीज की जान बच सकती थी। गौरतलब है कि वहीं सीएमओ रत्ना भारती ने नागरिक अस्पताल के पीएमओ को पत्र भेजा है, जिसमें कहा कि रमेश पूनिया बायोलॉजिस्ट का सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग हिसार द्वारा वेंटिलेटर्स के उपयोग न करने पर सवाल उठाए गए हैं, जोकि एक गंभीर मामला है और इससे सरकार व स्वास्थ्य विभाग की छवि खराब होती है। इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है, जिसमें पांच सदस्यीय जांच कमेटी में पीएमओ, उप सिविल सर्जन, उप सिविल सर्जन आईडीएसपी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी गायनी डॉ. अनीता बंसल, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. धर्मेंद्र संधीर शामिल रहेंगे। 30 अक्टूबर तक जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सीएमओ ने दावा किया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी वेंटिलेटर चालू अवस्था में हैं। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है। हिसार के सीएमओ ने वायरल वीडिया में सरकार और स्वास्थ्य विभाग की छवि खराब करने की बात कहते हुए पांच सदस्यीय जांच कमेटी बैठा दी है और 30 अक्टूबर तक जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि अस्पताल के सभी आठ वेंटिलेटर चालू हालत में हैं।