पानीपत। सिविल अस्पताल, ओपीडी ब्लाक के प्रथम तल पर एआरटी (एंटी रेट्रो वायरल थैरेपी) सेंटर खुल गया है। मानव इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस संक्रमण (एचआइवी) मरीजों को अब दवा शुरू कराने के लिए पीजीआइ रोहतक नहीं जाना पड़ेगा। अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने बताया कि सेंटर के मेडिकल आफिसर डा. अश्विनी गर्ग को बनाया गया है।

स्टाफ नर्स मोनिका व काउंसलर सागर मरीजों को इलाज के लिए प्रेरित करेंगे। दरअसल स्टाफ नर्स मोनिका व काउंसलर सागर ने बताया कि जिला में एचआइवी के करीब 800 मरीज हैं। इनमें 370 पुरुष, 340 महिला और 40 बच्चे हैं। लगभग 50 मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने दवा लेनी बंद कर दी है या दूसरे शहर चले गए हैं। कुछ की मौत भी हो चुकी है। बता दें कि अतिरिक्त महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, हरियाणा डा. वीना सिंह सोमवार की दोपहर को सेंटर का उद्घाटन करेंगी। पहले यह शुभारंभ 16 फरवरी को होना था, किसी कारणवश स्थगित हो गया था।

अस्पताल में पहले लिक एआरटी सेंटर था। वर्ष 2019 में फैसीलेटेड एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट सेंटर(एफएआरटी) में अपग्रेड हुआ। अब एआरटी सेंटर बन गया है। नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन(नाको) ने मंजूरी दे दी है। सीडी-4 (प्रतिरोधक क्षमता) व वायरल लोड जांच के लिए मरीजों के सैंपल जांच के लिए रोहतक पीजीआइ भेजे जाएंगे, जबकि पहले मरीज को खुद जाना पड़ता था। एचआइवी की पुष्टि होने पर एआरटी सेंटर से ही मरीजों को मेडिसिन मिलनी शुरू हो जाएगी।