हिसार। हिसार के नागरिक अस्पताल में देर रात एक युवती ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को थप्पड़ मार दिया। सुबह जैसे ही बाकि चिकित्सकों को इस घटना का पता चला वे सब हड़ताल पर चले गए। जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसी चिकित्सक ने मरीज की जांच नहीं की, मगर फिर हालात बिगड़ते देख करीब 12 बजे मरीजों को देखना शुरू किया।
गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। एक युवती ने डॉक्टर को थप्पड़ तक जड़ दिया। घटना वीरवार देर रात की है। मगर मामला शुक्रवार सुबह और भी जोर गया। दरअसल युवती देर रात्रि को फूड प्वाजनिंग की शिकायत लेकर पहुंचे मरीज के साथ सिविल अस्पताल पहुंची थी। इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में वीडियो बनाने लगी। जब ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर हिमांशु ने ऐसा करने से रोका तो युवती ताव में आ गई और डॉक्टर को थप्पड़ जड़ दिया। युवती का आरोप था कि सही तरीके से इलाज नहीं दिया गया।
मगर डॉक्टर हिमांशु ने थप्पड़ मारने की बात को बिल्कुल गलत बताया और शुक्रवार जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी और अन्य चिकित्सकों को इस बारे में पता लगा तो वे सुबह हड़ताल पर चले गए। इस दौरान रजिस्ट्रेशन करवाने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी और लंबी कतार लगी रही। मगर डॉ आज सुबह 8:00 से 11:00 तक हड़ताल पर रहे हैं। किसी चिकित्सक ने मरीज की जांच नहीं की, मगर फिर हालात बिगड़ते देख करीब 12 बजे मरीजों को देखना शुरू किया।
मगर यह संभव नहीं था कि सभी मरीजों की आज जांच हो सके। क्योंकि ओपीडी का टाइम महज दो बजे तक का ही है। वहीं अस्पताल में डीएसपी अशोक भी पहुंचे और सारी जानकारी ली। मगर इस पूरे प्रकरण में मरीज और उनके साथ आने वाले तीमारदारों को हुई है जो घंटों तक लाइन में खड़े रहे मगर न उन्हें इलाज मिला तो न पूरे प्रकरण का ही पता था।
सिविल अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉ हिमांशु ने बताया कि मरीज के साथ आई महिला और एक युवक ने बदतमीजी करते हुए हाथापाई की। उस दौरान एक्सीडेंट का गंभीर केस आया हुआ था। डॉ हिमांशु उस मरीज के उपचार में लगे थे। इधर से महिला अपने मरीज के उपचार के लिए डॉक्टर से कह रही थी। डॉक्टर ने कुछ देर रुकने के लिए कहा था। महिला और उसके साथ युवक डॉक्टर से बहस करने लगे। इसी दौरान महिला फोन निकालकर वीडियो बनाने लगी डॉक्टर ने कहा वीडियो मत बनाओ और फोन लेने की कोशिश की तो महिला ने डॉक्टर को थप्पड़ जड़ दिया। उस दौरान सीएमओ, पीएमओ और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस महिला को ले गई। लेकिन बाद में महिला को छोड़ दिया गया।