भवनाथपुर। सीएचसी के सामने मेडिकल स्टोर पर सरकारी दवाइयां बेचे जाने का मामला पकड़ में आया है। जांच में पता चला कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की सरकारी दवाओं को अस्पताल कर्मियों की मिलीभगत से निजी दवा दुकान में बेचा जा रहा था।
बताया गया कि बीते कार्यकारी दिवस भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 10 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को 15 प्रकार की दवाएं उपकेंद्र के कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) को सौंपी गयी थी। इनमें दो सीएचओ ने इन सरकारी दवाओं को स्वास्थ्य उपकेंद्र ले जाने के बजाय इसे सीएचसी के सामने स्थित अशोक मेडिकल स्टोर पर बेच डाली।
मकरी निवासी समाजसेवी बाला प्रसाद यादव ने अशोक मेडिकल स्टोर पर सरकारी दवाएं बेचते सीएचओ को देखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय मीडिया को दी। सूचना मिलते ही पत्रकार अशोक मेडिकल पहुंचे। वहां दो बड़ी गुलाबी पॉलिथीन में सरकारी दवाएं रखी पायी गयी। अशोक मेडिकल के संचालक पंकज जायसवाल उर्फ टिंकू से दवाओं के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि दो लड़कियों ने ये दवाएं यहां लाकर रखी हैं। मेडिकल स्टोर में सरकारी दवा बेचने की सूचना मिलने पर लिपिक अरुण लकड़ा ने दुकान से दवाएं जब्त कर अस्पताल में मंगा ली।
मेडिकल स्टोर पर 15 प्रकार की दवाएं थी
अस्पताल के प्रधान लिपिक अरूण लकड़ा ने बताया कि रपुरा सीएचओ प्रतिमा कुमारी और अमरोरा सीएचओ विनिता कुमारी को ये दवाएं दी गयी थी। इसमें टेलकी साटन 40 (20 एमजी), एटनोल, एस्प्रिन, प्रोलोपिडा के अलावे बीपी, शुगर व हार्ट सहित अन्य 15 प्रकार की दवाएं थी।
इस बारे में जब सीएचओ प्रतिमा कुमारी व विनिता कुमारी से प्रतिक्रिया जानी तो वे दोनों कुछ भी बोलने से बचती रहीं।
मामले की जांच करवाएंगे
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रंजन दास ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मेडिकल स्टोर में सरकारी दवा रखना काफी गंभीर विषय है। इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।