ग्वालियर। मुरार स्थित सीएमएचओ स्टोर से ड्रग इंस्पेक्टर ने दवाओं के सैंपल लिए। सरकारी दवाओें के सैंपल की जांच सेंट्रल लैब इन्दौर या फिर दिल्ली में होगी। यदि इन दवाओं की गुणवक्ता में कमी आती है तो वह सभी दवाएं वापस जाएगीं और सप्लाई देने वाली कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। गौरतलब है कि हर साल दिल्ली से मिले निर्देश पर मरीजों को मिलने वाली निशुल्क दवाओं की सैंपलिंग की जाती है। यह औचक्क निरीक्षण की तरह होता है। दिल्ली से मिले निर्देशाें पर किसी भी वक्त दवाओं की सैंपलिंग की जाती है। दरअसल सीएमएचओ स्टोर में पिछले एक माह में दवाओं की लगातार सप्लाई दी गई। यह दवाएं स्टोर से जिला अस्पताल के स्टोर और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सिविल अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं को उपलब्ध करवाई जाती हैं। जिससे वहां पर पहुंचने वाले मरीजों को निशुल्क दवा वितरित की जा सकें। स्टोर में आईं दवाओं में से 7 दवाओं के सैंपल लिए गए। बतादें कि इंदौर से आए ड्रग इंस्पेक्टर ने स्थानी औषधि निरीक्षक के साथ मिलकर सीएमएचओ स्टोर जिला अस्पताल मुरार पहुंचे। जहां पर मरीजों को वितरित होने वाली दवाओं की सैंपलिंग की और इसके बाद वह इन्दौर के लिए रवाना हो गए। बताया गया है कि दिल्ली से मिले निर्देश पर ड्रग विभाग सैंपलिंग करवाता है। जिससे दवाओं की गुणवक्ता का पता लगाया जा सके और कंपनी खराब दबाएं सप्लाई न कर सके। दवाओं की सैंपलिंग और जांच का सीएमएचओ स्तर से कोई शुल्क अदा नहीं किया जाता है।