पानीपत। सीएम फ़्लाइंग करनाल और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने गांव सनौली खुर्द में एक किरयाणा स्टोर में छापा मारा लेकिन वहां का माहौल देखकर उनके होश उड़ गए क्योंकि किरयाणा स्टोर की आड़ में अंदर अवैध रूप से क्लीनिक संचालित किया जा रहा था। किरयाणा दुकान की आड़ में क्लीनिक खोला हुआ था। उत्तर प्रदेश के जिला शामली, कस्बा कैराना की महिला यहां प्रेक्टिस कर रही थी। छापामारी के समय वह फरार थी। मौके से पुलिस ने वहां काम कर रही दो युवतियों को गिरफ्तार किया है।
क्लीनिक से भारी मात्रा में दवाइयां बरामद की गई हैं। पीसीपीएनडीटी(गर्भ धारण एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक-विनियमन तथा दुरुपयोग अधिनियम के जिला नोडल अधिकारी डा. अमित ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उडनदस्ता को अवैध रूप से संचालित क्लीनिक की सूचना मिली थी। एसआइ राममेहर सिंह, एएसआइ सुभाष ने सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान को जानकारी दी। उसी समय गठित टीम में मेरे अलावा डा. रजत और डा. रीमा को शामिल किया गया।
टीम सनौली खुर्द के उस मकान में पहुंची। करियाना दुकान के पीछे क्लीनिक देख हैरत हुई, कोई बोर्ड नहीं लगा था। वहां उप्र. के कैराना निवासी मुस्कान उर्फ सारिका और कुटानी रोड पानीपत निवासी नगमा उर्फ सुहाना प्रेक्टिस कर रहीं थी। क्लीनक का पंजीकरण, ड्रग का लाइसेंस और डाक्टर की डिग्री मांगी तो दोनों ने बताया कि कैराना की महिला डा. अफसा प्रेक्टिस करती है। हम दोनों क्लीनिक में काम सीखने के लिए आती हैं।
झोलाछाप चिकित्सक को फोन किया, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंची। क्लीनिक में तीन मरीज भी इलाज कराने पहुंचे हुए थे। अवैध क्लीनिक से बरामद दवाइयां, रिकार्ड, मुहर सहित अन्य सामान जब्त किया गया है। डा. अमित की शिकायत पर धारा 420 आइपीसी, भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम 1956 की धारा 15(2बी) और 15(3) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
सीएम फ़्लाइंग ने दो घंटे में छापामारी को अंजाम दिया। 11:30 बजे सुबह सीएम फ्लाइंग दस्ता सिविल सर्जन से मिला। 11:40 पर छापामार टीम गठित की गई। 12:15 पर टीम सनौली थाना पहुंची और 13:35 पर क्लीनक में छापामारी की गई। सनौली खुर्द की जिस गली में अवैध क्लीनक था, इसी मुहल्ले के एक घर से फरवरी में अटैची अल्ट्रासाउंड मशीन (पाेर्टेबल मशीन) पकड़ी गई थी। सोनीपत और पानीपत स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने छापामारी की थी। गर्भ में बेटा है या बेटी, इसके 30 हजर रुपये लिए जा रहे थे। इस गिरोह में छह लोग शामिल थे, इनमें दो महिलाएं भी थी। हरियाणा के अलावा उप्र. के कई जिलों तक इनके तार जुड़े हुए थे।