बदायूं। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होने दिए जाने वाले आयरन सुक्रोज इंजेक्शन का सैंपल प्रयोगशाला से भी फेल हो गया है। दरअसल ड्रग इंस्पेक्टर – नवनीत कुमार ने बताया कि आयरन सुक्रोज इंजेक्शन का नमूना प्रयोगशाला से भी फेल हो चुका है। स्थानीय स्तर पर पहले ही इंजेक्शन के वितरण पर रोक लगाई जा चुकी है। अब इंजेक्शन निर्माता कंपनी एलाइंस बायोटेक हिमांचल प्रदेश को नोटिस जारी किया गया है।
बता दें कि जिले भर के सभी सरकारी अस्पतालों में बंटने के लिए 15 हजार से ज्यादा आयरन सुक्रोज इंजेक्शन आए थे ताकि गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होने पर इस इंजेक्शन का उपयोग किया जा सका। इंजेक्शन आने के बाद सभी सरकारी अस्पतालों में इसका वितरण भी शुरू करा दिया गया। करीब 15 महिलाओं को इंजेक्शन लगा दिए गए। इंजेक्शन की गुणवत्ता पर दिसंबर माह में उस वक्त सवाल उठा जब इंजेक्शन की दवा में क्रिस्टल बन रहे थे। दवा जमने लगी तो सभी हैरत में पड़ गए।
किसी तरह से इसकी शिकायत औषधि निरीक्षक तक पहुंची तो इंजेक्शन की गुणवत्ता को चेक किया गया। इस दौरान कई जगह इंजेक्शन की दवा में क्रिस्टल बनते दिखे तो इंजेक्शन के उपयोग पर रोक लगा दी गई। इस तरह से 12 हजार इंजेक्शन को सील करने के बाद इंजेक्शन का नमूना प्रयोगशाला में भेजा गया। प्रयोगशाला से नमूना फेल होने की रिपोर्ट आते ही औषधि सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार ने इंजेक्शन निर्माता कंपनी एलाइंस बायोटेक सोलन हिमांचल प्रदेश को नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब न देने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।