रांची (झारखंड): राज्य में कॉस्मेटिक उत्पाद (सौंदर्य प्रसाधन सामग्री) की गुणवत्ता जांचने का काम शुरू होने की आहट से बाजार में हलचल शुरू हो गई। राजधानी रांची समेत राज्य भर में दुकानों से कॉस्मेटिक के सैंपल ले कर जांच एवं विश्लेषण के लिए चेन्नई स्थित केंद्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने राज्य औषधि निदेशालय को पत्र जारी किया कर दिया है। अधिसूचना जारी होने के बाद औषधि निरीक्षण जांच एवं विश्लेषण के लिए राजधानी सहित राज्य के विभिन्न प्रतिष्ठानों से कॉस्मेटिक उत्पाद के नमूने एकत्रित करने में जुट गए हैं। अधिसूचना में विश्लेषक के रूप में साइंटिफिक ऑफिसर सी.विजयलक्ष्मी एवं डॉ. जे उमा माहेश्वरी को नियुक्त किया गया है। ड्रग कंट्रोलर ऋतु सहाय के मुताबिक, क्रियान्वयन के लिए सप्ताहभर का समय लगेगा। इसके बाद राज्य में कॉस्मेटिक उत्पादों की सैंपलिंग शुरू की जायेगी।
बाजार गुलजार, रिएक्शन से बढ़ रहे मरीज
राजधानी में कई छोटे स्थानीय निर्माता कॉस्मेटिक प्रोडक्ट तैयार कर बाजार में बेचते हैं। जांच नहीं होने से लोगों में इन उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर संशय बना रहता है। आकर्षक छूट और लुभावने दावों के चलते इनका बाजार गुलजार रहता है। वहीं, राज्य के तमाम अस्पतालों में कॉस्मेटिक रिएक्शन के करीब 25 से 30 प्रतिशत मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं।  ज्यादातर क्रीम, नेल पॉलिस, पाउडर, बिंदी आदि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट से रिएक्शन होता है। डॉक्टरों की सलाह है कि गुणवत्तापूर्ण कॉस्मेटिक के लिए समय-समय पर जांच होनी चाहिए।