आजमगढ़। कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। जिस तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है उसी तरह से सोशल मीडिया पर किसी न किसी डाक्टर द्वारा लिखी गई दवा के पर्चे को वायरल किया जा रहा है। लोग सोशल मीडिया पर घूम रहे इस दवा के पर्चे को लेकर दुकानों पर दवा खरीदने पहुंच रहे हैं। जबकि जनपद में दवा की कोई कमी नहीं है। सिर्फ रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी है इसके भी आज कल में आने की संभावना है।

जनपद के केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री रंजन राय ने बताया कि जिले में किसी भी दवा की कोई कमी नहीं है। चाहे बिटामिन सी हो या अन्य कोई दवा जनपद में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। सिर्फ रेमिडिशिविर इंजेक्शन और फेबी फ्लू टेबलेट की कमी है। चूंकि इस दवा पर 90 दिन की वैलिडिटी होती है। व्यापारियों ने इसे मार्च में वापस कर दिया है। जिसके कारण इसकी कमी है एक दो दिन में यह भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगा। इसलिए घबराने की जरूरत है।

जनपद में कोरोना भयावह रूप लेनेे लगा है। सोशल मीडिया और टीवी पर आ रही खबरों को देखते हुए लोग अब घबराए हुए हैं। बहुत से लोग अपने आपको घरों में कैद कर चुके हैं। लोगों द्वारा घरों में क़ाढ़े के साथ ही गर्म चीजों का सेवन बढ़ा दिया गया है। अभी तक फ्रिज में पानी आदि की बोतलें नहीं रखी जा रही हैं। वहीं सोशल मीडिया पर रोज किसी न किसी चिकित्सक का लिखी गई दवा की पर्ची को वायरल कर कोरोना संक्रमण होने पर प्रयोग करने की सलाह दी जा रही है। कुछ दवाओं को छोड़ दिया जाए तो इन पर्चियों पर लगभग सभी दवाएं एक ही हैं। इन पर्चियों पर लिखी गई दवाओं को लोग मेडिकल हाल से खरीद भी रहे हैं।

तो वहीं जनपद के वरिष्ठ फिजिशिन डा. एके राय ने कहा कि इस तरह से दवा का सेवन करना खतरनाक हो सकता है। वर्तमान में मौसमी बिमारियां हो रही हैं। ऐसे में बिना जांच कराए कोरोना के नाम पर दवा का सेवन खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए अगर बुखार, सर्दी, खांसी हो तो सबसे पहले उसकी जांच कराएं। जांच कराने के बाद चिकित्सक के परामर्श पर ही दवाओं का सेवन करें।

कुछ लोग इसे एहतियात के तौर पर खरीद रहे हैं ताकि कहीं ऐसा न हो कि जब इसकी जरूरत पड़े तो इन दवाओं की किल्लत हो जाए। बहुत से लोग बिना जांच कराए ही बिना चिकित्सकों की सलाह के ही इन दवाओं का सेवन भी कर रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो इस तरह से दवाओं का सेवन करना सेहत को और खराब कर सकता है। वहीं मेडिकल स्टोर संचालकों की मानें तो जनपद में रेमिडिशिवर को छोड़ कर किसी भी दवा की कोई कमी नहीं है।