चैनपुर। प्रखंड के बखारी देवी स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को एक मरीज को एक्सपायरी दवा दे दी गई। हालांकि खाने से पहले उसपर अंकित दवा को देख लेने से मरीज ने उसे खाई नहीं, जिससे कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन, एक्सपायरी दवा मरीज को देना बड़ी चूक है। हाथ में हुए घाव का इलाज कराने घाटी गांव का झंझट राम बुधवार को ओपीडी में पहुंचे थे। डॉक्टर द्वारा जांच करने के बाद उन्हें जो दवा अस्पताल से दी गई उसमें की अमोक्सिसिल्लिन नामक दवा अप्रैल 2021 में ही एक्सपायर कर गई थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खां द्वारा गठित टीम क्षेत्र भ्रमण पर निकली थी।

उदयरामपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष कबीर खान के नेतृत्व में जांच टीम अस्पताल के एक-एक पहलुओं को बड़ी बारीकी से देखी। लोगों ने टीम के समक्ष अपनी बातें रखी और कहा कि अस्पताल में कभी-कभी ही डॉक्टर आते हैं। झंझट राम ने अपनी दवा दिखाते हुए कहा उसके हाथ में घाव हुआ है और डॉक्टर ने उसे यही दवा दी है। अमाक्सीसिलिन नामक दवा पर एक्सपायरी डेट 31 अप्रैल व अन्य दवाओं पर 31 जुलाई अंकित थी। यह देखकर टीम हतप्रभ हो गई और इसकी शिकायत मंत्री से करने की बात कही।

इस संबंध में पूछे जाने पर इस अस्पताल के डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मैं प्रतिदिन अस्पताल आता हूं और ओपीडी प्रतिदिन चलता है। हमारे यहां महज दो स्टाफ हैं, जिसमें एक परिचारी तथा दूसरा डाटा एंट्री ऑपरेटर। ऐसे में बड़ी शिद्दत से अस्पताल चलाता हूं। एक्सपायरी दवाओं के बारे में डॉक्टर ने कहा कि एक-दो महीने की एक्सपायरी दवा होने से मरीजों को कोई परेशानी नहीं होती। हालांकि भूलवश एक दवा किसी मरीज के पास चली गई है। उनका कहना था कि करोना काल में मरीज कम आ रहे थे। इस वजह से अमोक्सिसिल्लिन नामक दवा एक डब्बा बच गई थी। इस संबंध में पूछे जाने पर पीएससी के प्रभारी चिकित्सका पदाधिकारी डॉ. मनीष ने कहा कि इस बात की जानकारी हमें नहीं मिली है। हम जानकारी इकट्ठा कर अपना पक्ष रखेंगे।