बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राइवेट समर्थ नर्सिंग हॉस्पिटल एवं अरिहंत पैथौलॉजी लैब पर छापामारी की। जांच में कई गंभीर खामियां मिली। इसके चलते अरिहंत पैथोलॉजी को सील कर दिया है। वहीं, समर्थ नर्सिंग हॉस्पिटल के संचालक को नोटिस जारी किया है। इनके अलावा, न्यू वंदना हास्पिटल पर 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। टीम ने बीते दिनों निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन को खामियों के लिए नोटिस जारी किया था। नोटिस का जवाब संतोषप्रद नहीं पाया गया।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुंगेली रोड स्थित समर्थ नर्सिंग होम व नगोई चौक स्थित अरिहंत डायग्नोस्टिक्स का आकस्मिक निरीक्षण किया। दोनों जगह अनेक खामियां पाई गई। समर्थ नर्सिग होम के निरीक्षण के दौरान कोई भी ड्यूटी डॉक्टर कार्य पर नहीं मिले। निरीक्षण के दौरान स्टाफ के बुलाने पर डॉ. नीरू व्ही पटेल उपस्थित हुईं।

ये मिली खामियां

अस्पताल में इस दौरान एएनएम अनिमा लकड़ा और जीडीए रीना तिग्गा मौजूद थीं। जबकि संस्थान में प्रशिक्षित एवं नर्सिंग कौंसिल से पंजीकृत स्टाफ नर्स का होना जरूरी है। जनरल वार्ड में छह बिस्तर संचालित मिले जबकि मानक रूप में इसके लिए जगह उपलब्ध नहीं है। नर्सिंग होम परिसर में डॉ. मृणालिनी का बोर्ड प्रदर्शित होना पाया गया, जबकि इस संबंध में कार्यालय को किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई है। इसलिए संचालक को नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा गया है।

अरिहंत पैथोलॉजी लैब को किया सील

जांच टीम ने बैमा नगाई चौक सीपत रोड स्थित अरिहंत पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। संस्थान में पैथोलाजिस्ट का चेम्बर नहीं पाया गया। पैथोलॉजिस्ट का नाम एवं अर्हता प्रदर्शित नहीं की गई थी। लैब में कुमारी लता मरावी कार्यरत पायी गई, जो कि वर्तमान में डीएमएलटी की पढ़ाई कर रही हैं। लैब टेक्निशियन प्रफुल्ल कुर्रे का पैरामेडिकल कौंसिल में पंजीकृत होना नहीं पाया गया।

प्रयोगशाला उपकरण मानक के अनुरूप नहीं मिले। संस्थान में मरीजों के उपयोग के लिए प्रसाधन की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। इन खामियों को राज्य रोगोपचार संबंधी स्थापना अनुज्ञापन नियम 2013 का गंभीर उल्लंघन माना गया है। इसके चलते पैथोलॉजी लैब का संचालन बंद कर इसे सील कर दिया गया।