जयपुर । राजस्थान फार्मेसी काउंसिल में पिछले सात माह से रजिस्ट्रार नहीं है। इससे फार्मासिस्टों के करीब 11 हजार नवीनीकरण व पंजीकरण का काम पेन्डिंग है। इसके अलावा दूसरे राज्यों में रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर के मामले भी पेन्डिंग चल रहे है। नतीजन फार्मासिस्टों को सरकारी नौकरी में आवेदन व रजिस्ट्रेशन मामले में जयपुर के अलावा बाहर जिलों से आने वालों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ड्रग कंट्रोलर सैकंड अजय फाटक का कहना है कि काउंसिल में रजिस्ट्रार नहीं होने से औषधि नियंत्रण संगठन ने दवा विक्रेताओं के ऑनलाइन लाइसेंस के आवेदन की तिथि चार बार बढ़ा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल सितंबर माह में रजिस्ट्रार को हटाया था। राजस्थान फार्मेसी काउंसिल व केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से मामला कोर्ट में विचाराधीन है। फार्मेसी काउंसिल में वर्तमान में 50 हजार रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट है।