रेवाड़ी। रेवाड़ी के सामान्य अस्पताल के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में गुरुवार देर रात आग लग गई। आग एसी का कंप्रेसर फटने से लगी। आगजनी के समय नवजात शिशु वार्ड में 8 बच्चे व जच्चा बच्चा वार्ड में 20 महिलाएं भर्ती थी। आगजनी का पता लगते ही अस्पताल स्टाफ व आसपास मौजूद लोगों ने वार्ड में से बच्चों को बाहर निकाला। आग लगते ही वहां दाखिल नवजात बच्चों के परिजनों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया। करीब 10 मिनट तक सभी नवजात बच्चे दमघोंटू धुएं के बीच रहे। इसके बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल कर निजी अस्पताल के पीआईसीयू में भर्ती कराया गया। वहीं बाकी मरीजों को अन्य वार्ड में शिफ्ट किया गया। आग लगने से मशीनों को भी काफी नुकसान हुआ है।

जानकारी के अनुसार रेवाड़ी में देर रात सिविल हॉस्पिटल में आग लग गई।  आग बच्चों के वार्ड में बनाए गए एनआईसीयू वार्ड में AC का ब्लोअर फटने से लगी। आग की सूचना मिलते ही फौरन हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर को पूरी तरह खाली कराया गया। हॉस्पिटल में मौजूद सभी परिजन अपने अपने- बच्चों को लेकर बाहर सड़कों की ओर दौड़ने लगे। आगजनी में किसी के घायल होने की खबर नहीं मिली है। सूचना मिलने पर पहुंचीं दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। वहीं अस्पताल के कैंपस में ही रहने का दावा करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी मौके पर देर से पहुंचे।

मिली जानकारी के मुताबिक, रेवाड़ी शहर के सरकुलर रोड पर स्थित सिविल हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर पर जच्चा-बच्चा वार्ड बना हुआ है। इसके साथ ही नवजात बच्चों के लिए एनआईसीयू वार्ड बना हुआ है. देर रात इसी एनआईसीयू वार्ड में लगे एक AC का ब्लोअर फट गया. जिसकी वजह से वार्ड में आग लग गई. उसके बाद इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका।


प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हॉस्पिटल में आग लगने के बाद धुआं हॉस्पिटल के ग्राउंड फ्लोर पर पूरी तरह फैल चुका था। जिसकी वजह से अस्पताल में मौजूद लोगों को सांस लेने में भी मुश्किल हो गई। इस बीच अस्पताल में भर्ती तीमारदारों को बचाने के लिए लोग चीखते हुए भी नजर आए। जिस वक्त आग लगी उस समय सामान्य वार्ड में कई जच्चा-बच्चा भर्ती थे जिन्हें आनन-फानन में बाहर निकाला गया। इसके बाद उन्हें एंबुलेंस की मदद से शहर के अन्य हॉस्पिटलों में पहुंचाया गया। हालांकि आगजनी में कोई जनहानी नहीं हुई है।

आगजनी की इस घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार माही व अन्य चिकित्सक मौके पर पहुंचे। खबर लिखे जाने तक गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशु को निजी अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा था। डा. सुशील कुमार माही ने बताया कि सभी गर्भवती महिलाएं वह नवजात शिशु पूरी तरह से सुरक्षित हैं। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। हलांकि इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।