अंबाला में चार दिवसीय आरोग्य मेले में बोले स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

भारत की महान विरासत आयुर्वेदिक को लौटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। हरियाणा सरकार आयुर्वेदिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए हमने कुरूक्षेत्र में स्थित श्री कृष्ण आयुर्वेदिक कालेज को आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय बनाने का लक्ष्य रखा है। ये विचार राज्य के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज ने यहां छावनी के गांधी मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय आरोग्य मेले में बतौर मुख्यअतिथि व्यक्त किए। इस चार दिवसीय मेले में विज ने आयुर्वेद के क्षेत्र में सरकार के तमाम प्रयासों का साझा किया और आगामी योजनाओं खाका प्रस्तुत किया। उन्होने कहा कि प्रदेश के हर जिले में पंचकर्मा केन्द्र खोले जा रहे हैं ताकि केरला में जाने वाले लोग हरियाणा की ओर इस दिशा में आकर्षित हो सकें।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में पीजीआई स्तर का आयुर्वेदिक संस्थान खोलने के लिए केंद्र से बातचीत अंतिम चरण में है और इस दिशा में सार्थक परिणाम सामने आए हैं। इसी तरह पंचकूला में 18 एकड भूमि पर विश्वस्तरीय आयुर्वेदिक संस्थान खोला जा रहा है जिसकी सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आयुर्वेदिक को बढावा देने के उद्देश्य से ही आयुष विभाग को आयुष मंत्रालय बनाया है।
आरोग्य मेले के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विज ने कहा कि इस आयोजन से लोगों को हमारी 5 हजार साल पुरानी आयुर्वेदिक पद्धति का ज्ञान होगा। उन्होंने कहा कि मेले में एक भव्य प्रदर्शनी के साथ-साथ तीन दिन अलग-अलग बीमारियों के लिए प्राचीन शिक्षा पद्धतियों के विशेषज्ञों द्वारा कॉन्फ्रेस आयोजित होगी। जिसमें 1500 से 2000 आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, युनानी, योगा एव सिद्धा से जुडे चिकित्सक शामिल होंगे। इन चिकित्सकों की निशुल्क ओपीडी होगी।
इसके अतिरिक्तइन पद्धतियों से संबंधित दवाईयां तैयार करने वाली कंपनियों द्वारा प्रदर्शनी में उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने कहा कि मरीजों का निशुल्क ईलाज करने के साथ-साथ दवाईयां निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है और पंचकर्मा भी निशुल्क किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का बडा हिस्सा इन पद्धतियों के महत्व से अनभिज्ञ है और वे इनका लाभ नहीं उठा पाते। इसी उद्देश्य से केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा देश के अलग-अलग राज्यों में आरोग्य मेले आयोजित किए जा रहे हैं। यह मेला इसी क्रम का हिस्सा है।
स्वास्थ्य मंत्री बोले अम्बाला छावनी में निर्माण किए जा रहे अस्पताल की एक मंजिल पर आयुष विभाग की व्यवस्था की जाएगी जहां पर आयुष से संबंधित सभी डाक्टर नियुक्त होंगे।उन्होंने कहा कि यूएनओ ने 21 जून को योगा दिवस मनाने के लिए तय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 6500 गांवों में 10 हजार व्यायाम एवं योगशालाएं स्थापित करने का निर्णय लिया है। 330 प्रयोगशालाओं पर कार्य आरंभ कर दिया है। खास बात इन प्रयोगशालाओं में लोगों को योग सिखाने के लिए भी उसी गांव के योग्य व्यक्ति को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अम्बाला कैंट में सुभाष पार्क के पास 50 लाख रूपये की राशि योगशाला का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके साथ-साथ अम्बाला छावनी में पंचकर्मा केन्द्र की व्यवस्था भी प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 550 पीएचसी में एलोपैथिक डाक्टर के साथ-साथ आयुर्वेदिक डाक्टर भी नियुक्त किए जायेंगे ताकि वे एक-दूसरे के सहयोग से लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवा सकें।
कार्यक्रम को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. माहापात्रा, प्रदीप मुल्तानी, आयुष विभाग के निदेशक डॉ. साकेत कुमार, अंबाला के उपायुक्त अशोक सांगवान, अनिल खेतान, विवेक सहगल ने भी कार्यक्रम में विचार रखे।