चंडीगढ़। दवा घोटाले के लगातार खुलासे हो रहे है। पहले गोरखपुर में दवा घोटाले का मामला सामने आया था अब हरियाणा में भी 300 करोड़ के दवा घोटाले का मामला सामने आया है। बता दें कि दवा खरीद घोटाले की जांच को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। दरअसल हरियाणा में 300 करोड़ के चर्चित दवा खरीद घोटाले की जांच की मांग को लेकर सबका मंगल हो नामक संस्था ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। संस्था के वकील प्रदीप रापडिय़ा ने बताया कि मामले की शिकायत सुबूतों के साथ विजीलैंस और ई.डी. को की थी, लेकिन सारे दस्तावेज संबंधित आरोपियों तक पहुंचा दिए गए।
घोटाले के सबूत जांच एजैंसी को सौंपे गए थे। इससे पहले सरकार ने जिला स्तर पर जांच के आदेश दिए थे तब सामने आया था कि फतेहाबाद में खरीदा गया ब्लीचिंग पाऊडर 19 रुपए टैंडर में था, 76 रुपए में खरीदा गया। मास्क, जो टैंडर में 95 पैसे का था वह 4.90 रुपए में खरीदे गए। 400 ग्राम का सैनिटाइजर 195 की जगह 325 रुपए में खरीदा गया। इसके अलावा बी.पी. मशीन की टैंडर में कीमत 780 रुपए थी, जो 1650 में खरीदी गई। इसी प्रकार प्रैग्नैंसी जांच की किट 2.75 रुपए की जगह 6, 16 और 28 रुपए में खरीदी गई।
जांच में यह भी सामने आया कि जिस कम्पनी का मालिक तिहाड़ जेल में बंद है उसकी कम्पनी और व्यक्तियों के नाम से स्वास्थ्य विभाग के एक व्यक्ति ने टैंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया और जेल में बंद व्यक्ति के हस्ताक्षर भी किए। हरियाणा फार्मैसी काऊंसिल के चेयरमैन और उनकी बेटी का नाम भी सामने आया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत के बाद उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी जांच की बात कही थी, लेकिन जिला स्तर पर जांच के बाद एफ.आई.आर. की सिफारिश के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद जगविंदर नामक व्यक्ति की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई जिस पर जल्द सुनवाई होगी।