बहादुरगढ़। हरियाणा सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्रदेश में भ्रूण लिंग जांच का धंधा रुक नहीं पा रहा है। इस धंधे में सबसे ख़ास बात यह है कि हाई प्रोफाइल लोग इसमें शामिल है। स्वास्थ्य एंव पुलिस विभाग इस धंधे पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्यवाई भी कर रहा है मगर मोटी कमाई के चलते इस कारोबार की दलदल से लोग निकल नहीं पा रहे है। यही नहीं टीमें डॉक्टरों और नर्सों को भी कई बार पकड़ चुकी है। अब एक बार फिर इस काले धंधे का पर्दाफाश हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग दादरी की टीम ने बहादुरगढ़ में भ्रूण लिंग जांच के मामले का भंडाफोड़ किया है। इस संबंध में पुलिस ने एक आरोपित को काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया है। संबंधित धाराओं के तहत आरोपित के खिलाफ सेक्टर छह थाने में केस दर्ज किया जाएगा। आरोपित की पहचान राजवीर के रूप में हुई है। राजवीर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले का रहने वाला है। फिलहाल पिछले कुछ समय से यहां बहादुरगढ़ में रहता है।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग चरखी दादरी को सूचना मिली थी कि राजवीर भ्रूण लिंग जांच करवाता है। उसे काबू करने के लिए विभाग ने योजना बनाई। दादरी-झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम का गठन हुआ। टीम में पीएनडीटी नोडल अधिकारी झज्जर उप सिविल सर्जन डॉ. शैलेंद्र डोगरा, उप सिविल सर्जन दादरी डॉ. गौरव भारद्वाज, उप सिविल सर्जन दादरी डॉ. आशीष मान, उप सिविल सर्जन दादरी डॉ. कुलवंत फोगाट, मेडिकल ऑफिसर डॉ. तरुण, पीएनडीटी एसए विनोद कुमार पीएनडीटी टीम दादरी से मन्नू मान, सीएम फ्लाइंग से सीआईडी ऑफिसर एएसआई नरेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।
फिर टीम ने एक फर्जी पेशेंट ( डिकॉय ) तैयार की। जैसे तैसे उसका संपर्क राजवीर से फोन पर संपर्क कराया। बात आगे बढ़ी और राजवीर ने उसे बहादुरगढ़ बुलाया। टीम के एक सदस्य को डिकॉय का नकली पति बनाया गया। उन्हें बहादुरगढ़ भेजा गया। यहां राजवीर उन्हें मिला । भ्रूण लिंग जांच का सौदा 30 हजार रुपए में तय हुआ। इसके उपरांत वह डिकॉय को सेक्टर 6 की तीसरी पुलिया स्थित एक क्लीनिक पर ले गया। एक महिला डॉक्टर ने जांच के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए लिखा। इसके बाद सरकारी अस्पताल के पास स्थित एक डायग्नोस सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया।
अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट को अपने पास रख आरोपित ने डिकॉय को उसकी कोख में लड़का होना बताया। इसके बाद इशारा पाकर टीम ने उसको काबू कर लिया। आरोपित से डिकॉय द्वारा दिए गए रुपए बरामद कर लिए गए। टीम में शामिल डॉ. गौरव भारद्वाज ने कहा कि बहादुरगढ़ से भ्रूण लिंग जांच के मामले में एक आरोपित पकड़ा गया है। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। मामले में और कौन कौन शामिल है, अल्ट्रासाउंड लिखने वाली महिला डॉक्टर और अल्ट्रासाउंड सेंटर की क्या भूमिका है, ये जांच का विषय है। विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई जाएगी।