नाइजीरिया । हर्बल उपचार का कथित इस्तेमाल करने से गोम्बे राज्य में चार एचआईवी (HIV) पीडि़तों की मौत का समाचार है। इसकी पुष्टि एचआईवी लोगों के नेटवर्क (एनईपीडब्ल्यूएचएएन) ने की है।
एसोसिएशन के कार्यक्रम अधिकारी मुहम्मद इब्राहिम ने गोम्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनके चार सदस्यों की कथित तौर पर हर्बल एचआईवी उपचार का उपयोग करने के कारण मृत्यु हो गई। एचआईवी उपचार के लिए हर्बल थेरेपी अपरंपरागत दवाओं की श्रेणी में आता है। सदस्यों द्वारा इन दवाओं का उपयोग किया जाना चिंता का विषय है।
इब्राहिम ने राज्य में वैकल्पिक एचआईवी उपचार के प्रसार को विनियमित करने पर बल दिया। उनका कहना है कि काफी संख्या में एचआईवी मरीज़ हर्बल उपचार का विकल्प चुन रहे हैं। गलत दवा के परिणामस्वरूप ही कई लोगों की मौत हो गई है। हमारे अनेक सदस्य गोम्बे में हर्बल दवा की सदस्यता लेकर उसका उपयोग कर रहे हैं।
इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि हर्बल उपचार वास्तविक हैं। हम चाहते हैं कि सरकार इस पर गौर करे और आवश्यक कदम उठाए। एचआईवी का इलाज खोजने का दावा करने वाले की पहचान की जानी चाहिए।
राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त का कहना है
राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. हाबू दहिरू का कहना है कि कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि जड़ी-बूटियां एचआईवी को ठीक कर सकती हैं। उन्होंने सभी एचआईवी पीडि़तों को बीमारी के इलाज के लिए हर्बल दवाओं का उपयोग न करने की बात कही है। इस तरह के मिश्रण महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं। हमारे पास कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं कि हर्बल दवाएं काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि हर्बल दवाएं दुष्प्रभाव पैदा करती हैं। ये विशेष रूप से लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं। किसी निश्चित बीमारी के इलाज में किसी दवा या हर्बल का उपयोग करने के लिए अनुमोदन से पहले परीक्षण और प्रमाणन के चरणों से गुजरना पड़ता है। हमने ऐसी किसी जड़ी-बूटी के बारे में नहीं सुना है जिसे एचआईवी उपचार के लिए प्रमाणित किया हो।