मॉस्को : ऱिसर्चर की एक टीम ने नैनोफोटॉनिक माइक्रोफ्लूइडिक सेंसर विकसित किया है, जो कैंसर का पता लगाने के साथ उनकी मॉनिटरिंग और ट्रीटमेंट में भी मदद करेगा।

इससे जुड़ी एक स्टडी भी प्रकाशित की गई है। जर्नल ऑप्टिक्स लेटर्स में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, यह डिवाइस हाई डिग्री की सटीकता के साथ लो कंसंट्रेशन पर घुले गैस और लिक्वि ड की पहचान कर सकता है।

लैब ऑन ए चिप एक छोटा सेंसर डिवाइस है, जो कठिन बायोकेमिकल एनालिसिस में सक्षम है। यह कैंसर का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।

शोधकर्ता ग्रेगरी गोल्टस्मैन ने कहा कि यह लैब ऑन ए चिप डिवाइस विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह न सिर्फ ब्लड टेस्ट कर सकता है बल्कि शुरूआती चरण में ही मरीज के रक्त में मौजूद बायोमार्कर के जरिये कैंसर का पता लगा सकता है।