गुरुग्राम। कोरोना-19 की महामारी के चलते जहां डॉक्टर, पुलिस, कैमिस्ट दिन-रात जनता की सेवा के लिए अपना सब-कुछ दांव पर लगाकर जनहित में सेवा हेतु प्रतिबद्ध दिख रहे हैं, वहीं कई ऐसे व्यापारी भी सामने आए जिनका दवा व्यापार से दूर-दूर तक कोई भी लेना-देना नहीं था। बहती गंगा में डुबकी लगाकर रातों रात धनकुबेर बनना चाहते थे। इसके लिए उन्हें कोई भी जोखिम उठाना पड़े तो क्या हर्ज है। इसकी भनक गुरुग्राम के औषधि निरीक्षण अधिकारी अमनदीप को मिली जिसका पूरा विवरण औषधि प्रशासन मुख्यालय पंचकूला में दिया गया। वहां से टीम बनाकर सीनियर कंट्रोल ऑफीसर राकेश दहिया के नेतृत्व में अमनदीप चौहान, दिनेश राणा, संदीप हुड्डा तथा संदीप घालियान ने एक साथ हरियाणा टूल्स, बजरंग इलेक्ट्रिकल, प्रिया सेल्स कारपोरेशन, भोजराज एंड संस, रामावत हार्डवेयर एंड मिल स्टोर पर औचक निरीक्षण किया तो वहां पर से बड़ी मात्रा में सैनिटाइजर बेचने के लिए उपलब्ध पाए गए। इन्हें बेचने के लिए ड्रग्स लाइसेंस की निहायत ज़रूरत होती है। अत: औषधि प्रशासनिक टीम ने जब इन सैनिटाइजर को बेचने के लिए ड्रग लाइसेंस मांगा तो हार्डवेयर के दुकानदार हक्के-बक्के रह गए। औषधि प्रशासनिक टीम ने जहां सेनेटाइजऱ के सैम्पल भरे वहीं, फार्म 16,17 पर ड्रग्स एन्ड कॉस्मेटिक अधिनियमों के तहत कार्रवाई दर्ज की।