Drug Alert: हिमाचल प्रदेश में बनी 17 दवाओं के नमूने घटिया पाए गए हैं। हिमाचल समेत पूरे देश में 45 दवाओं के नमूने घटिया पद्धति के मिले हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक (Drug Alert) की ओर से पिछले महीने जनवरी में देश भर से कुल 1,348 दवाओं के सैंपल लिए गए थे, जिसमें 1,281 सैंपल पास हुए हैं, जबकि 67 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। 67 दवा के नमूनों में से 17 का निर्माण बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, ऊना और काला में स्थित दवा इकाइयों में किया गया था।
शुगर, कोलस्ट्रॉल सहित इन एंटीबायोटिक दवा के सैंपल फेल (Drug Alert)
जिन दवाईयों के सैंपल फेल हुए हैं उनमें एलर्जी, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, बदन में सूजन को खत्म करने वाली, विटामिन डी की कमी, कैल्शियम, सूजन, मोटापा, समय से पहले प्रसव के उपचार, अस्थमा आदि के इलाज के लिए उपयोग किए जाते हैं। यहां तक कि एक जेल भी दर्द से राहत और सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं जैसे एरिथ्रोमाइसिन, एंटीबायोटिक्स जैसे सिप्रोफ्लोक्सासिन, एलवीसिप्रो इट्राकोनाजोल, लेवोसेटिरिज़िन, कूकल टैबलेट, हेकोर्टिन इंजेक्शन, ऑर्लिका कैप्सूल और रक्तचाप की दवा टेल्मिसर्टन जैसी दवाएं घटिया पाई गई हैं।
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डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने कहा
डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने कहा बद्दी फार्मा में सभी निर्माताओं की दवाओं को घटिया घोषित किया गया था। मासिक ड्रग अलर्ट में उल्लिखित बैचों को वापस लेने का निर्देश दिया गया था। फील्ड स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि दवाओं के सैंपल जांच में फेल होने के कारणों की जांच की जाए।
वहीं दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हिमाचल में बनी 16 दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं। संबंधित कंपनी को नोटिस जारी कर दवा का स्टॉक बाजार से वापस मंगवाने के आदेश दे दिए गए हैं।