हिसार। हिसार शहर के 2 डेंटल अस्पतालों सहित एक ब्लड बैंक का एफडीए की टीमों ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां नियमों के विरुद्ध दवा का वितरण व ब्लड सैंपल लेना पाया गया। टीमों ने डेंटल अस्पतालों की दवाइयां और ब्लड बैंक का रिकॉर्ड जब्त कर संचालकों को नोटिस जारी किया है। अचानक एफडीए की कार्रवाई से शहर के निजी अस्पतालों और ब्लड बैंक संचालकों में हड़कंप मच गया।

बता दें कि एफडीए के आयुक्त वजीर सिंह गोयत और स्टेट ड्रग कंट्रोलर मनमोहन तनेजा के निर्देश पर असि. स्टेट ड्रग कंट्रोलर रिपन महता के नेतृत्व में विभिन्न जिलों से ड्रग कंट्रोल ऑफिसर्स को बुलाकर टीमों का गठन कर उक्त कार्रवाई की गई है।

एफडीए के असि. स्टेट ड्रग कंट्रोलर रिपन मेहता के साथ हिसार एफडीए से सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर रमन श्योराण, ड्रग कंट्रोल ऑफिसर दिनेश राणा, पानीपत से ड्रग कंट्रोल ऑफिसर संदीप हुड्डा और भिवानी से सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर हेमंत ग्रोवर की टीम ने कार्रवाई की है। अधिकारियों के अनुसार आगे भी कार्रवाई होगी। नियमों के विरुद्ध दवा बेचने और ब्लड बैंक चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। समय-समय पर हरियाणा के अलावा केंद्र से भी टीम औचक निरीक्षण करने आएगी। एक ब्लड बैंक संचालक अपनी और शाखाएं चलाने के लिए इंचार्ज रखेेगा लेकिन खुद अलग-अलग शाखा पर जाकर संचालन नहीं कर सकता है। ऐसा करना भी गलत है।

एफडीए को शिकायतें मिल रहीं थी कि सेक्टर 14 स्थित कोठी में बंसल दांतों का अस्पताल और ऋषि नगर में श्री रामा डेंटल केयर अस्पताल संचालित है। इन दोनों अस्पतालों के संचालकों ने मरीजों को दवा देने के लिए बिना लाइसेंस नियमों के विरुद्ध अलग ओपन काउंटर या मेडिकल स्टोर खोल रखा है। यहीं से दवा मरीजों को बेची जाती है। डॉक्टर खुद से दवाइयां दे सकता है लेकिन बिना लाइसेंस के उक्त ओपन काउंटर से दवाइयां बेचना गलत है। यहां से दवाइयों को जब्त किया है।

तोशाम रोड स्थित श्रीराम ब्लड बैंक में एफडीए की टीम ने बोगस ग्राहक भेजा था। यहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। उनकी अनुपस्थिति में बिना स्वास्थ्य जांच किए टेक्निकल स्टाफ ने ब्लड ले लिया जोकि नियमों के विरुद्ध है। टीम की कार्रवाई शुरू होने के करीब आधा घंटा बाद संचालिका पहुंची थी।