मुंबई। वर्तमान में फार्मा तेजी से बढऩे वाला सेक्टर साबित हो रहा है। लोगों की बढ़ती आय, स्वास्थ्य को लेकर बढ़ रही जागरूकता, इलाज की तकनीक में सुधार, स्वास्थ्य बीमा को लेकर बढ़ती जागरूकता ने देश में इस सेक्टर को तेजी से बढऩे वाले सेक्टर में शामिल कर दिया है। बेहतर रिटर्न के लिए इस सेक्टर में निवेश का यह उचित समय है। सरकार ने भी फार्मा विजन 2020 के जरिये भारत को वैश्विक स्तर पर निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। फार्मा सेक्टर यानी हेल्थकेयर, फार्मास्युटिकल्स और डाइग्नोस्टिक्स का रुझान इस समय अच्छा लग रहा है। जैसे-जैसे लोगों के रहन-सहन का स्तर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हेल्थकेयर का क्षेत्र भी अगले 20-30 सालों में अपने आप में एक बड़ी मांग पैदा करने वाला है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ साल अपार संभावनाओं से भरे हैं। ऐसे में फार्मा सेक्टर निवेश का एक सुनहरा मौका देता है।
इनका मूल्यांकन भी काफी आकर्षक है। आप जब भी पीएचडी फंड जैसी किसी थीम में खरीदारी करते हैं तो इसका तात्पर्य होता है कि आपने कई शेयरों में खरीदारी की है। एक साथ कई शेयरों में खरीदारी करने से निवेशक के एफडीए या इससे मिलती-जुलती कंपनी की दूसरी समस्याओं में जकडऩे की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं। विशेषाों का कहना है कि अगर आप अपनी पूंजी में वृद्धि चाहते हैं और किसी सेक्टर का चयन करना चाहते हैं तो आप मूल्यांकन के लिहाज से पीएचडी सेक्टर को चुन सकते हैं। यह सेगमेंट स्थिर व मैच्योर है और इसमें वृद्धि की अच्छी संभावनाएं हैं। पीएचडी सेक्टर पूरी तरह से विविधीकरण वाला है जिसमें फिटनेस, हेल्थकेयर, फूड्स, जिम्स, स्वास्थ्य बीमा, वेलनेस, अस्पताल आदि का समावेश है। डाइग्नोस्टिक्स का व्यवसाय एक गंभीर सेगमेंट है और इसमें स्वास्थ्य बीमा का भी समावेश है। लोग बेहतर स्वास्थ्य वाली सुविधाओं को पसंद करते हैं और ऐसे में अस्पतालों की बढ़ती संख्या निवेशकों के लिए एक अवसर प्रदान करती है।