नई दिल्ली। इंडियन होम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई का दावा है कि उन्होंने निपाह वायरस के इलाज के लिए दवा तैयार कर ली है। संगठन के अधिकारी बी. उन्नीकृष्णन ने कहा कि होम्योपैथ सभी तरह के बुखार के लिए उचित दवा है और उन्हें संक्रमित मरीजों का इलाज करने की अनुमति दी जानी चाहिए। एसोसिएशन ने राज्य स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा से अनुरोध किया है कि उनके पेशेवरों को उन सभी मरीजों की जांच करने की इजाजत दी जाए, जो निपाह वायरस की जांच में पॉजीटिव पाए गए हैं।
उधर, स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने बताया कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथ विभाग सीधे मेरे अधीन काम करता है और अब तक किसी ने मुझसे या विभाग से संपर्क नहीं किया है। हमें इसमें कोई समस्या नहीं है। सदानंदन ने कहा कि 18 पॉजीटिव मामलों में से चार संक्रमित थे। हालांकि, उनका सीधे तौर से मरीजों से कभी कोई संपर्क नहीं रहा। सचिव के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों के समयपूर्ण हस्तक्षेप की वजह से इस संक्रमण को फैलने से रोका गया लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें प्रसारित की गई। इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। गौरतलब है कि अब तक निपाह से 16 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो की हालत में सुधार हो रहा है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लगभग 2,000 लोगों को निगरानी में रखा जा रहा है।